लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में पल्मोनरी क्रिटकल केयर यूनिट में देर शाम को भर्ती महिला मरीज की जंाच रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू पाजिटिव आने पर हड़कम्प मच गया। मरीज के परिजन के अलावा अन्य भर्ती मरीज भी मास्क की तलाश करने लगे। अन्य मरीजों के तीमारदारों के संक्रमण फैलने की आशंका पर उसे अलग वार्ड में शिफ्ट करने का अनुरोध किया, लेकिन डाक्टरों का कहना था कि मरीज को वहीं आइशोलेट कर दिया गया है। अन्य मरीजों को कोई खतरा नहीं है।
ट्रामा सेंटर में पांचवे तल पर पल्मोनरी क्रिटकल केयर यूनिट है। यहां पर वेंटिलेटर व अन्य जीवन रक्षक उपकरण सहित संसाधन भी मौजूद है। बताया जाता है कि पिछले पांच दिनों से एक महिला को भर्ती कराया किया है। इस मंिहला मरीज को श्वसन सम्बधी दिक्कत बनी हुई थी। डाक्टरों ने जांच के बाद स्वाइन फ्लू होने की आशंका प्रकट की। जांच के लिए नमूना भेजा गया। जहंा पर स्वाइन फ्लू पाजिटिव आया है। यह रिपोर्ट देर शाम को आयी तो वहा पीआईसीयू में हड़कम्प मच गया। मरीज के तीमारदार व अन्य लोग मास्क की तलाश करने लगे।
सेनेटाइजर की मांग बढ़ गयी। पैरामेडिकल व नर्सिंग स्टाफ भी मास्क की तलाश कर लगाना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने मरीज को अलग वार्ड में शिफ्ट करने की मांग की। यूनिट के जिम्मेदार अधिकारी डा. वेद प्रकाश का कहना है कि मरीज के स्वाइन फ्लू पाजिटिव आने पर कोई हड़कम्प की स्थिति नही है। सावधानी बरती जा रही है। मरीज के लक्षण दिखने पर अलग आइशोलेट कर दिया गया है। जहां पर मरीज भर्ती है वहां पर दो बिस्तर है।