अयोध्या : श्री राम लला के दीपोत्सव में 28 लाख दीप जलें , बना विश्व कीर्तिमान

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न्यूज । प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर पांच सौ वर्षो के लंबे इंतजार के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत पहले दीपोत्सव ने पूरी दुनिया का ध्यान अयोध्या की ओर खींचा है।
अयोध्या में रामजन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव में 28 लाख दीप जलाकर विश्व कीर्तिमान बनाया गया जिनमें 25 लाख दीपक राम की पैड़ी के 55 घाटों पर जलाए गए।

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उसके बाद 11 सौ वैदिक आचार्यों ने एक साथ सरयू आरती कर नया कीर्तिमान बनाया। मुख्यमंाी योगी आदित्यनाथ ने नयाघाट स्थित श्रीरामकथा पार्क में दीपोत्सव के अष्टम संस्करण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा ”यह सचमुच हमारे लिए आहलादित करने वाला क्षण है। यह दीपोत्सव का आठवां संस्करण है। आज से आठ वर्ष पहले संतों और रामभक्तों का एक ही नारा गूंजता था। ‘योगी जी एक काम करो मंदिर का निर्माण करो।” मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण 5 अगस्त 2020 को राममंदिर की आधारशिला रखी गई है। यह वर्ष अयोध्या के लिए अछ्वुत, अलौकिक रहा। बहुत से लोगों ने श्रीरामजन्मभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उनका संकल्प पूरा हुआ।

क्योंकि 22 जनवरी 2024 को श्रीरामलला अपने अयोध्याधाम में विराजमान हो चुके हैं।

उन्होने कहा मंदिर में विराजमान होने के बाद उनका पहला दीपोत्सव है। इस डबल इंजन की सरकार ने जो कहा वह करके दिखाया। इससे पहले अयोध्या के घाटों और सड़कों आदि की स्थिति खराब थी। इसी मंच से मैंने और पीएम मोदी ने कहा था कि अयोध्या को सबसे सुंदरतम नगरी बनायेंगे। वह काम पूरा हो रहा है। अयोध्या विश्व की सुंदरतम नगरी बनने की ओर अग्रसर है। यहां तमाम योजनाएं चल रही है। 22 व 23 जनवरी के दृश्य को हम सबने अपनी आंखों से देखा। उस दौरान भव्य राममंदिर में विराजमान श्रीरामलला का दर्शन कर हर कोई भाव व्रिलल था। अयोध्या का यह बदला स्वरूप पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।

योगी ने कहा कि अयोध्या को देश की पहली सोलर सिटी बना दिया गया है। प्रधानमंाी मोदी की कृपा से अयोध्या अभिशाप से मुक्त हुई। केंद्रीय पर्यटन मंाी गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि श्रीराम के लंका विजय पश्चात अयोध्या वापस आने की खुशी में दीपावली मनाई गई। अयोध्या की दीपावली और अधिक प्रासंगिक हुई, क्योंकि 496 वर्षों बाद श्रीरामलला अपने नव्य मंदिर में विराजमान हुए।

योगी के नेतृत्व में अनुशासन और सुशासन के साथ साथ उत्तर प्रदेश ने एक नई पटकथा लिखी है। मुख्यमंाी के नेतृत्व में दीपोत्सव पर अयोध्यानगरी में 28 लाख दीप जलाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया गया। संत परंपरा ने भारत की सनातन परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखा। भव्य राममंदिर के साथ भारत के सौभाज्ञ का सूर्य फिर से उदय हो गया। साथ ही साथ विकसित बनने की ओर भी अग्रसर है। भारत फिर से विश्व गुरु के रूप में स्थापित होगा।

उपमुख्यमंाी ब्रजेश पाठक ने कहा कि 500 वर्षों बाद श्रीरामलला सरकार अपने भव्य-नव्य मंदिर में विराजमान हुए। इस बार का दीपोत्सव और अधिक महत्वपूर्ण है। सीएम योगी ने श्रीराम का राज्याभिषेक उनकी आरती उतारी। उसके बाद संतों, मुख्यमंाी समेत अन्य अतिथियों का अंगवस ओढ़ाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंाी ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन मोबाइल एप का लोकार्पण एवं अयोध्या महापौर की पुस्तक ह्मदय में राम का विमोचन किया।

साकेत महाविद्यालय से नयाघाट तक श्रीराम के प्रसंग पर कई झाकियां निकाली गई। झाकियों का मुख्यमंाी ने अवलोकन भी किया। इस मौके पर डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य, विंदुगाद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य, महंत कमलनयन दास, स्वामी गोविंददेव गिरि, अधिकारी राजकुमार दास, महंत अवधेश दास, महंत धर्मदास, जगतगुरु स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य, जगतगुरु स्वामी श्रीधराचार्य, स्वामी छविराम दास, महंत जन्मेजय शरण, महंत रामकुमार दास, महंत राजूदास, महंत रामानंद दास, महंत जयराम दास, महंत करूणानिधान शरण, महंत मैथिलीरमण शरण, महंत अर्जुन दास, महंत मिथिलेशनंदनी शरण, महंत अवधकिशोर शरण, महंत रामलोचन शरण, महंत राजीवलोचन शरण, स्वामी रामलखन दास, महंत रामानुज शरण, महंत मनीष दास, महंत शशिकांत दास, महंत रामदास, महामंडलेश्वर संतोष दास, महंत गिरीश दास, हेमंत दास, पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

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