लखनऊ। बच्चों की स्वास्थ्य जानकारी के लिए अब दस्तावेजों की बजाय ऐप से मिल सकेगी। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम पर पल- पल की खबर के लिए खास ऐप तैयार किया गया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, आंगनबाडी केंद्र, इंटर कॉलेज व सीडीओपी केंद्रों पर निगरानी रखना आसान हो रहा है।
बताते चले कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रदेश के 820 ब्लॉक में संचालित हो रहा है। इसमें 19 साल तक के बच्चों की स्वास्थ्य की निगरानी की रखी जाती है। इसके तहत दो डॉक्टर व दो पैरामेडिकल स्टाफ की टीम स्कूल, आंगनबाडी केंद्रों में जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच की जाती है। इस जांच में अगर बच्चों में किसी भी तरह की बीमारी की जानकारी मिलने पर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेहतर इलाज के लिए भेज दिया जाता है। यहां पर डाक्टर जांच करने के बाद रिपोर्ट के आधार पर इलाज किया जाता है। इसके बाद भी अगर बच्चे की बीमारी ठीक नहीं होती है, तो उसे बड़े अस्पताल रेफर कर दिया जाता है।
योजना के कार्यक्रम अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव के मुताबिक बच्चों में चार तरह की बीमारी की पहचान प्रमुखता से की जा रही है। इसमें बच्चे का विकास, जन्मजात बीमारी, कान की बीमारी, किशोरावस्था संबंधी समस्याओं का भी इलाज कराया जा रहा है। इसके अलावा जन्मजात बीमारियों में दिल, कटे-होंठ तालू, टेढ़-मेढ़े पैर, जन्मजात मोतियाबिंद व रेटीनोपैथी समेत अन्य बीमारियों का इलाज भी बच्चों का प्रमुखता से कराया जा रहा है।
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