लखनऊ: बुधवार को तेज रफ्तार आंधी ने एक परिवार के मुखिया की जान ले ली और पत्नी खाने की थाली परोस इंतजार करती रही उसे पता नहीं था कि अनहोनी ने क्या कर दिया। तेजी से आयी आंधी तुफान से उड़ी टीनसेड के नीचे चुनी-चोकर को ढक रहे दुधिया पर जा गिरी। घायल दुधिया काफी देर उसी के नीचे दबा रहा और उसकी पत्नी उसका इंतजार करती रही। करीब एक घंटा बीत जाने पर भोजन करने नहीं पहुंचे तो वह बेटों से बोली देखो तुम्हारे पिता कहां हैं, अब तो आंधी बंद हो गयी और खाना ठंडा हो रहा है।
पत्नी भोजन की थाली परोस करती रही इंतजार :
मिसिनी अटरिया सीतापुर के मूल निवासी रामनाथ यादव 63 करीब बीस साल पूर्व मड़ियांव में केशवनगर प्रथम में घर बनाकर परिवार के साथ रहते थे और आधे घर में ही मवेशी पाल कर दूध बेचने का काम करते थे। रामनाथ के परिवार में पत्नी मुन्नी देवी के साथ 5 बेटे रिंकू, अजय, उत्तम, विजय और शुभम है। दो बेटों की शादी हो चुकी है बाती तीन बेटे अविवाहित हैं। रामनाथ को करीब एक बीघे में घर बना हुआ है। मृतक के बेटे अजय ने बताया बुधवार की रात करीब 9.15 तेज रफ्तार से आंधी आयी तो पिता बोले तुम लोग कमरों के अंदर चले जाओ और हम मवेशियों का खुला पड़ा चुनी-चोकर को त्रिपाल से ढक कर आ रहे हैं।
पडोसी का टीन सेट बनी मौत रामनाथ यादव के घर से सटा हुआ वकील पवन पाण्डेय का तीन मंजिला मकान है। पवन के मकान की छत पर एक टीन सेट का बड़ा से कमरा बना हुआ है बुधवार को तेज रफतार से आये तुफान से कमरे की टीन उखड़ कर रामनाथ के ऊपर जा गिरी और उसके नीचे दबकर गम्भीर रूप से घायल हो गये। टीन सेड के गिरने की आवाज सुनकर परिवार के लोग बाहर निकले तब तक तुफान हल्का हो गया था लेकिन रामनाथ परिजनों को दिखई नहीं दियेअनय ने बताया कि कई बार पिता को आवाज लगायी गयी औा जवाब नहीं मिला तो पूरे तबेले में उनकी खोजबीन की गयी वे कहीं दिखाई नहीं दिये। मृतक खाना खाने के बाद पान खाता था मृतक की पत्नी मुन्नी ने बताया कि रात का भोजन करने के बाद वह रोजाना पान खाते थे।
बच्चों ने समझा कि तुफान बंद हो गया है पाना पान की दुकान पर पान लेने गये होंगे। मुन्नी ने खाना परोसे बैठी काफी देर तक इंतजार करती रही उसके बाद बेटों से बोली खाना ठंडा हो रहा है जा के देखो कहां है। इस बीच अजय ने देखा तबंले में उड कर गिरा टीन के नीचे खून बह रहा हे आनन-फानन में उसने टीन को उठाया तो चीख पडा बेटे अजय ने शोर मचाया कि पापा टीन के नीचे दबे हुये हैं। घायल रामनाथ को पड़ोस के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले गये वहां के डॉक्टरों ने घायल को ट्रॉमा सेंटर रैफर कर दिया जहां उनको टॉमा सेंटर ले गये जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि सिर में गहरी चोट लगने से काफी खून बहने से मौत हो गयी।