लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीड़ित महिला रेजिडेंट डॉक्टर हास्टल में वापस आने पर सुरक्षा देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अधिकारियों ने परिसर स्थित महिला हॉस्टल में कमरा आवंटित कर दिया है। इसके साथ ही 24 घंटे महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती भी कर दी गयी है, ताकि वह बिना डरे सहज रूप से अपना अध्ययन जारी रख सके। बुधवार को चीफ प्रॉक्टर डॉ. आरएएस कुशवाहा ने इस आदेश को जारी कर दिया है।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि पैथोलॉजी विभाग का यह प्रकरण काफी संवेदनशील बना हुआ है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर केजीएमयू प्रशासन कार्य कर रहा है। पीड़िता की सुरक्षा हमारे लिए सबके बीच महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पीड़िता ठाकुरगंज में निवास कर रही हैं। ऐसे में परिसर के लगातार बाहर की सुरक्षा कर पाना केजीएमयू प्रशासन के लिए आसान नहीं है।
ऐसे में पीड़िता को परिसर के भीतर हॉस्टल में अलग कमरा आवंटित कर दिया गया है।
हास्टल के बाहर व अन्य क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरा लगे रहते है आैर सुरक्षागार्ड भी तैनात रहते है। इसके अलावा हॉस्टल से पैथोलॉजी विभाग तक उसे सुरक्षाकर्मियों के साथ ही भेजा जाएगा, ताकि उसे किसी का डर न सताये आैर खुद को सुरक्षित महसूस कर सके। डॉ. केके सिंह ने बताया कि विशाखा कमेटी की सिफारिश पर पीड़िता के हॉस्टल आवंटित किया गया है। केजीएमयू प्रशासन छात्राओं और महिला कर्मियों की सुरक्षा को लेकर संजीदा रहता है। यदि किसी को कोई शिकायत है तो वह केजीएमयू प्रशासन व विशाखा कमेटी से शिकायत कर सकते हैं। हर संभव मदद की जाएगी।












