लखनऊ। प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों और बुजुर्ग आबादी को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए जेरिएट्रिक सोसाइटी ऑफ इंडिया यूपी-चैप्टर के डाक्टर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत डाक्टर, पैरामेडिकल, बुजुर्गो की देखभाल करने वाली संस्थाओं के लोगों को प्रशिक्षण व जागरूक किया जाएगा।
यह राज्य में वृद्धावस्था स्वास्थ्य सेवा और शैक्षणिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। रविवार को राजधानी में जेरिएट्रिक सोसाइटी ऑफ इंडिया यूपी-चैप्टर की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें यूपी चैप्टर सचिव डा. कौसर उस्मान ने बताया कि जेरिएट्रिक सोसाइटी ऑफ इंडिया यूपी-चैप्टर के गठन से बुजुर्गो के इलाज को नयी दिशा मिलेगी।
कैसरबाग स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अतुल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि प्रदेश की कुल आबादी में लगभग आठ से दस फीसदी बुजुर्ग ऐसे हैं, जो शारीरिक रूप से कमजोर या बीमार हैं। इस वर्ग को विशेष देखभाल की आवश्यकता है।
इन बुजुर्गों में आम शिकायतों में कार्डियक डिजीज, डायबिटीज, जोड़ों की समस्याएं और कमजोर याददाश्त सहित अन्य दिक्कतें शामिल हैं। जीएसआई ऐसे बुजुर्ग लोगों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए डॉक्टरों को ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करेगा है। डॉ. कुलश्रेष्ठ ने बताया कि सोसाइटी 12 से 14 दिसंबर के बीच आगरा में राष्ट्रीय सम्मेलन करने जा रही है। वैज्ञानिक सत्रों का संचालन डॉ. दीपक भागचंदानी ने किया। इस अवसर पर केजीएमयू के डॉ. सीजी अग्रवाल, डॉ. हांडा,केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के डीन और प्रमुख डॉ. वीरेंद्र आतम आदि उपस्थित थे।












