लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में चल रहे रैप्सोडी 25 में आयोजित काफी विद जार्जियन में कुलपति डा. सोनिया नित्यानंद अपने संस्मरण बताये। उन्होंने बताया कि उस वक्त मैं केजीएमयू में ही एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग की क्लास चल रही थी। मैं क्लास में पहली लाइन में बैठी थी। तभी चिकित्सक शिक्षक ने मुझसे सवाल पूछा। शिक्षक ने जब तीन बार एक ही सवाल मुझे, हाथ से मेरी तरफ इशारा भी किया?… लेकिन मैं यह नहीं समझ सकी कि वह मुझसे सवाल कर रहे हैं या किसी और से। इस बात को लेकर चिकित्सक शिक्षक मुझसे नाराज हो गए। उन्होंने तत्काल मुझे क्लास से बाहर कर दिया।
केजीएमयू के सरदार पटेल ग्राउंड में रैप्सोडी-2025 का आयोजन चल रहा है। शुक्रवार को कॉफी विद् जॉर्जियन में छात्रों ने कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद से प्रश्न पूछे। बड़ी ही बेबाकी से कुलपति ने छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए। एक छात्र ने पूछा कि क्या आप कभी क्लास से बाहर की गयी, तो कुलपति का जवाब था हां। कुलपति ने बताया कि पूरे एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान पहली बार मुझे डांट कर क्लास से बाहर किया गया। मैं सर की बात को समझ नहीं पाई कि वे मुझे सवाल पूछ रहे हैं या किसी और से।
एक छात्र ने पूछा कि पुराने और मौजूदा समय में मेडिकल की पढ़ाई में क्या फर्क है? कुलपति ने कहा कि तब एक महीने की ट्रेनिंग इंडक्शन सेरेमनी नहीं होती थी। अब यह प्रोग्राम शुरू हुआ है।
इससे छात्रों को काफी आसानी हो रही है। छात्र ने पूछा क्या आप अपने कैरियर व पढ़ाई से खुश हैं? इस पर डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि केजीएमयू से एमबीबीएस व अन्य बड़े संस्थानों से पढ़ाई और नौकरी के दौरान मुझे काफी शोहरत दिलाई है। यदि ईश्वर मुझे दूसरा जन्म इंसान के रूप में दें तो मैं फिर से डॉक्टर बनना चाहूंगी। ताकि समाज की सेवा कर सकूं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई और नौकरी दोनों में ईमानदारी जरूरी है। कड़ी मेहनत संस्थान के साथ आपकों भी ऊंचाई तक पहुंचाता है। मैंने हमेशा पूरी निष्ठा से काम किया है। इसी मिशन में आगे भी बढ़ रही हूं।
रैप्सोडी में दूसरे दिन छात्र-छात्राओं ने गीत-संगीत की महफिल सजी। लोहिया, केजीएमयू के साथ दूसरे मेडिकल संस्थानों के छात्रों ने कार्यक्रम में खूब धमाल मचाया। हाल में बैठे दशकों में जमकर तालियां बजाकर छात्रों की हौसला अफजाई की। इसके बाद मोस्ट इंटरटेनिंग एक्ट बीडीएस कीट्स लोगों को काफी पसंद आया। इसमें अनमोल ने टोटो और तुषार ने विनोद का रोल किया।
सोलो सिंगिंग में डॉक्टरों ने समा बांध दिया। इसमें प्रथम स्थान अर्घजीत द्वितीय स्थान विवेक अनुरागी और उत्सवी श्रीवास्तव को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार। अभय और और स्वीटी को तीसरा स्थान मिला।
समस्याएं बढ़ाई हैं। इसलिए इनसे निपटने के प्रयास करने चाहिए। कार्यक्रम के दौरान नुक्क्ड़ नाटक और पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।