लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में न्यूरो के अब मानसिक रोग विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर ने केजीएमयू को अलविदा कह दिया है। यहा ंछह महीने में दो विशेषज्ञ डाक्टर इस्तीफा दे चुके हैं।
इस विशेषज्ञ ने केजीएमयू प्रशासन को इस्तीफा भेज दिया है। जिसमें तीन माह की नोटिस दी है। बताते चलें बीते सप्ताह न्यूरो सर्जरी विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर व चीफ प्रॉक्टर डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव नौकरी छोड़कर जा चुके हैं।
मानसिक रोग विभाग के डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने इस्तीफा दे दिया है। उच्च अधिकारियों को नौकरी छोड़ने संबंधी पत्र भेज दिया है। तीन माह की नोटिस पीरियड पर हैं। डॉ. आदर्श ने नौकरी छोड़ने का कारण व्यक्तिगत बताया है। उन्होंने बताया कि विभाग व संस्थान में काम का पूरा माहौल है। उनके अब तक 170 से अधिक रिसर्च पेपर राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। मानसिक व सेक्स संबंधी समस्याओं में डॉ. त्रिपाठी की विशेषज्ञता है।
केजीएमयू के कई डॉक्टर नौकरी छोड़ने की तैयारी में हैं। वहीं तमाम डॉक्टर विभिन्न संस्थानों में प्रतिनियुक्ति पर हैं। विशेषज्ञ डॉक्टर प्रशासनिक पदों पर तैनात हैं। इसकी वजह से मरीजों को इलाज का इंतजार करना पड़ रहा है। इन सबके बावजूद विशेषज्ञ डॉक्टर प्रशानिक पदों पर सेवाएं दे रहे हैं।
बीते दो से तीन साल में 20 से अधिक डॉक्टर नौकरी छोड़कर जा चुके हैं। इनमें न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव, डॉ. सुनील कुमार, नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष रहे डॉ. संत पांडेय, ट्रांसप्लांट यूनिट के डॉ. मनमीत सिंह, यूरोलॉजी विभाग के डॉ. राहुल जनक सिन्हा, गेस्ट्रो सर्जन डॉ. प्रदीप जोशी, डॉ. विशाल गुप्ता, डॉ. साकेत, जनरल सर्जन डॉ. अरशद, क्रटिकल केयर विभाग के डॉ. नितिन राय, माइक्रोबायोलॉजी डॉ. ज्योत्सना अग्रवाल, गठिया रोग विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनुपम वाखलू शामिल हैं।