लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के ओल्ड बिल्ंिडग स्थित आपरेशन थियेटर के मानीटर में स्पार्किंग से आग लग गयी। आग ने अन्य उपकरणों को भी तेजी से चपेट में ले लिया, जोकि फटने लगे। इस हादसे में सर्जरी करा रहे दो मरीजों की मौत हो गयी। दो लोग गंभीर रूप से झुलस गये। घटना के वक्त एक महिला मरीज की इंडो सर्जरी हो रही थी। आग लगने के कारण मौत हो गयी, जबकि दूसरे सीवीटीएस आपरेशन थियेटर में तीस दिन की बच्ची की सर्जरी हो रही थी। पीजीआई प्रशासन ने घटना के जांच के आदेश दे दिये है।
पीजीआई के ओल्ड बिल्ंिडग में वर्तमान में इंडोक्राइन व सीवीटीएस विभाग के आपरेशन थियेटर संचालित हो रहे है, अन्य आपरेशन थियेटरों को नयी बिल्ंिडग में शिफ्ट कि या जा चुका है। सोमवार को दोनों आपरेशन थियेंटरों में सर्जरी की जा रही थी। यहां पर इन दो विभागों की आईसीयू में मरीज भर्ती थे। इसके अलावा पोस्ट आपरेटिव वार्ड में भी मरीज सर्जरी का इंतजार कर रहे थे।
इस बीच दोपहर बारह बज कर चालीस मिनट के आस-पास आपरेशन थियेटर के मानिटर में स्पार्किं ग होने लगी आैर उसमें तेजी से आग लग गयी। जब तक उस पर नियंत्रण पाया जाता। तब आग अन्य उपकरणों को चपेट में ले चुक ी थी। आग बहुत तेजी से फैल रही थी आैर धुआं आपरेशन थियेटरों में भर चुका था। आग लगने के कारण 26 वर्षीय महिला तैय्यबा की सर्जरी चल रही थी। दूसरे आपरेशन थियेटर सीवीटीएस विभाग में 30 वर्षीय बच्चे की सर्जरी चल रही थी। बच्चें को बाहर निकाल कर शिफ्ट कि या गया, लेकिन धुंए के कारण बच्चे की मौत हो चुकी थी। आईसीयू से लेकर पोस्ट आपरेटिव वार्ड तक मरीजों को धुंए के कारण सास लेने में दिक्कत होने लगी।
तीमारदार से लेकर डाक्टर, कर्मचारी जिस हालत में थे उसी तरह बाहर भागने लगे। निचले तल पर रेडियोलाजी, रेडियोथेरेपी व कैथ लैब में जांच कराने आये मरीज भी बाहर भाग निकले। फायर विभाग की दमकलें आैर पुलिस मौके पर पहुंच गयी आैर लोगों को बाहर में मदद करने लगी। फायर कर्मियों के अनुसार आग तेजी से फैल रही आैर आपरेशन थियेटर के बाद कमरो के फर्नीचर, फाइलों आैर अन्य सामान को भी चपेट में ले लिया था। फायर कर्मियों ने स्मोक एंजास्टर का प्रयोग करते हुए धुंए को बाहर निकालने में जुट गये। पीजीआई, मड़ियाव, गोमती नगर, सरोजनी नगर, हजरतगंज व चौक से सात दमकले मौके पर पहुंचे। सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि करीब दो घंटे में आग पर काबू पा लिया, लेकिन धुंआ निकालने में वक्त लग गया।
एसजीपीजीआई के निदेशक डा. आरके धीमान ने बताया कि आग की घटना में एक महिला आैर एक बच्ची की मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि ओटी वन में मानिटर में स्पार्क होने के कारण आग लगी थी। इसके बाद वर्क स्टेशन आैर ओटी में आग फैल गयी। उनका दावा है कि संस्थान का फायर सिस्टम तुरंत एक्टिव हो गया था। हाइड्रेंट सिस्टम का प्रयोग करके आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। उनका कहना है कि वहां पर सभी लोगों को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही जांच के आदेश दे दिये गये है।











