केजीएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने 29 अगस्त काला फीता बांधकर करेगा विरोध
लखनऊ। लम्बे अर्से मांगों के पूरी न होने पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डॉक्टरों ने शासन को चिकित्सा सेवाएं ठप करके कार्यबहिष्कार की चेतावनी दी है। डाक्टरों की मांग है कि पिछले छह वर्षो से डॉक्टर पीजीआई के समान पे मैट्रिक्स के आदेश को लागू करने की मांग कर रहे हैं लेकिन नहीं दिया जा रहा है, जबकि पीजीआई में 2016 व लोहिया संस्थान में पिछले वर्ष इसे लागू कर दिया।
सोमवार को केजीएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने बैठक के बाद मांग पूरी न होने पर सेवाएं ठप करने की घोषणा की है। काम ठप करने से पहले 29 अगस्त से केजीएमयू के सभी डॉक्टर एक सप्ताह काला फीता बांध कर सांकेतिक विरोध करते हुए काम करेंगे, जबकि पांच सितंबर तक शासन ने नहीं सुना, तो डॉक्टर कार्यबहिष्कार करने के लिए मजबूर होंगे।
केजीएमयू टीचर्स असोसिएशन के अध्यक्ष डॉ केके सिंह ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश सरकार का ही आदेश है कि केजीएमयू के चिकित्सक शिक्षकों को पीजीआई के समान वेतन दिया जाएगा। इसके बाद पीजीआई के शिक्षकों को 2016 में नया पे मैट्रिक्स मिल गया। इसमें कई इंक्रीमेंट ज्यादा है।
वही केजीएमयू के चिकित्सक शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार अपनाते हुए आज तक नहीं दिया गया। हम शासन को पिछले छह वर्षो से लिख कर मांग पूरी करने की मांग कर रहे है। इस साल भी चुनाव से पहले और बाद में लिखा लेकिन हर बार आश्वासन देकर प्रकरण को टाल दिया गया। इसके बाद मजबूरी में सभी डाक्टरों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है। पत्रकार वार्ता में डा. संतोष कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।












