लखनऊ। कोरोना संक्रमण के लक्षणों में गले में खराश बढ़ती है। सर्दी जुकाम कम नही होता है आैर बुखार भी आ जाता है या फिर कोई लक्षण नहीं प्रकट होते है। परन्तु अब कोरोना संक्रमण के नये लक्षणों वाले मरीजों की बढ़ती संख्या को देख विशेषज्ञ डाक्टर हैरान है।
पेट दर्द के साथ उल्टी या लगातार एसीडिटी बने रहना बुखार का कम नहीं होना, दस्त होना आदि लक्षण होने पर जांच में कोरोना संक्रमण मिल रहा है। इन मरीजों में सर्दी जुकाम की कोई समस्या नहीं होती है। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कोविड सेंटर व ओपीडी में आने वाले मरीजों में यह लक्षण डाक्टर हैरान है आैर अब इन लक्षणों के मिलने पर भी मरीज को कोरोना जांच कराने की सलाह डाक्टर दे रहे है।
केजीएमयू के चिकित्सा अधीक्षक व कोरोना के नोडल अधिकारी डा. डी हिंमाशु ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण के ग्यारह मरीज भर्ती है, इन मरीजों में पहले से कोई न कोई बीमारी रही है,इसके बाद वह कोरोना संक्रमण होने के कारण ज्यादा बीमार हो गये आैर भर्ती होना पड़ा। उन्होंने बताया कि लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के मरीजों में नये लक्षण दिखने को मिल रहे है। गले में खराश नहीं होती है। मरीज को बुखार उल्टी दस्त या तेज एसीडिटी की शिकायत बनी रहती है। कुछ में पेट दर्द की भी शिकायत देखी गयी है। इन मरीजों की कोरोना जांच करायी गयी तो उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद इन लक्षणों के मरीजों पर भी विशेष ध्यान दिया आैर जांच करायी जा रही है। डा. डी हिमाशु का कहना है कि केजीएमयू लगातार कोरोना के मरीजों का विशेष ध्यान रख रहा है। मल्टीपल बीमारी के मरीज कोरोना के संक्रमण में जल्दी आ रहे है लेकिन कोरोना के लक्षणों पर विशेष निगरानी की जा रही है आैर केस हिस्ट्री भी एकत्र की जा रही है।











