लखनऊ। छत्रपति शाहूजी महाराज ने नारी समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये थे। इसके लिए महिलाओं में अशिक्षा को दूर करने के लिए अभियान चला था। यह बात तकनीकी शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण बाट एवं माप मंत्री आशीष पटेल ने शनिवार को छत्रपति शाहूजी महाराज की 148 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
केजीएमयू मुख्य गेट के पास छत्रपति शाहूजी महाराज स्मृति मंच व अनुसूचित जाति-जनजाति चिकित्सा शिक्षक संघ की तरह से कार्यक्रम किया गया। अतिथियों ने छत्रपति शाहूजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने के साथ ही पुष्प अर्पित किया। तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज भारत के इतिहास में पहले राजा थे, जिन्होने 25 जुलाई 1917 को प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य करने के साथ ही मुफ्त किया। पांच सौ से हजार तक की आबादी वाले ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों के लिए स्कूल शुरू कराया। निःशुल्क छात्रावास व्यवस्था करवायी। छात्रावासों का नाम प्रिंस शिवा जी मराठा फ्री बोर्डिग हाउस रखा था।
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि कोल्हापुर राज्य में 1899 में प्लेग नामक महामारी फैली थी। पूरी रियासत प्लेग से प्रभावित हुई थी। लोगों ने प्लेग से होने वाली परेशानियों की शिकायतें शाहू जी महाराज से की। प्लेग और अकाल की समस्या गंभीर न बने बल्कि उसका तुरंत हल हो इसके लिए शाहू जी महाराज ने जनसामान्य के हित में कई योजनाएं शुरू की, जिसमें लोगों को रोजगार मिल सके। छत्रपति शाहू जी महाराज स्मृति मंच अध्यक्ष रामचन्द्र पटेल ने कहा कि केजीएमयू प्रशासन ने इस आयोजन को परिसर में करने से मना दिया। यह देश के संविधान की दिशा तय करने वाले महापुरूष का अपमान किया है। अनुसूचित जाति-जनजाति चिकित्सा शिक्षक संघ के महासचिव डॉ. हरी राम ने कहा कि छत्रपति शाहजी महाराज के निर्देशों का पालन कर समाज का उत्थान कर सकते हैं। कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. एसएन कुरील, केजीएमयू सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार, डॉ. सुरेश बाबू, डॉ. संतोष कुमार मौजूद रहे। इस अवसर पर केजीएमयू में बेहतर काम करने वाले डॉक्टर-कर्मचारियों को सम्मानित किया। इसें ट्रॉमा सर्जरी विभाग के डॉ. नरेन्द्र कुमार, डॉ. भूपेन्द्र कुमार, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. राजेश वर्मा, डॉ. रवि कुमार सिंह, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. नीरज आनन्द, डॉ. अम्बुज यादव, डॉ. सुमित रूंगटा, डॉ. अजय कुमार पटवा, डॉ. जितेन्द्र राव, डॉ. राकेश कुमार दीवान, डॉ. शालिनी कौशल, शैलेन्द्र कुमार, ओम प्रकाश राव, सुशील कुमार विद्यार्थी, अनिल कुमार सिंह, गौतम बाल्मिकी, पूनम बाला, राजेश कुमार सिंह, रमादेवी, राजेश सिद्धार्थ, राम पुकार प्रसाद, राम निवास पासवान, लोकगीत कलाकार, राजकुमार वर्मा, सुधाकर अहिरवार, राकेश रावत, पंकज प्रसून, राजेश कुमार, ज्योति अग्रवाल को सम्मानित किया गया।











