अत्याधुनिक इलाज और दवा के लिए नहीं भटकेंगे मरीज

0
1042

 

Advertisement

 

 

 

 

 

 

 

लखनऊ। गोमती नगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यू रजिस्ट्रेशन हाल एवं आकस्मिक एच०आर०एफ० काउन्टर का लोकापर्ण तथा एडवांस न्यूरो साइन्सेज सेन्टर का शिलान्यास सुरेश कुमार खन्ना, मंत्री, चिकित्सा शिक्षा वित्त एवं संसदीय कार्य विभाग ने किया।संदीप सिंह, राज्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा वित्त एवं प्राविधिक शिक्षा की गारिमामयी उपस्थिति में किया गया।

 

 

 

संस्थान की निदेशक प्रो. सोनिया नित्यानन्द ने संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुये बताया गया कि न्यू रजिस्ट्रेशन हॉल का निर्माण कार्य उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद द्वारा किया गया है। हॉल के निर्माण में रू०- 256.71 लाख व्यय हुआ है। संस्थान में पूर्व में नौ रजिस्ट्रेशन काउंटर थे। न्यू रजिस्ट्रेशन हॉल के प्रारम्भ होने से यह संख्या अब बढ़कर 33 हो जायेगी। हॉल में मरीजों की सहायता एवं किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु पी०आर०ओ० डेस्क की भी सुविधा होगी।

इमरजेन्सी एच०आर०एफ० काउंटर के संदर्भ में निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि एच०आर०एफ० काउंटर शुरू होने से मरीजों को दवाईयों के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। यह इमरजेन्सी एच०आर०एफ० काउंटर 24 घंटे क्रियाशील रहेगा।

निदेशक ने अपने सम्बोधन में बताया कि न्यूरोलाजी तथा न्यूरोसर्जरी के अन्तर्गत एक ही छत के नीचे 24 घंटे विशिष्ट चिकित्सा तथा शोध हेतु समर्पित न्यूरोसाइंस सेन्टर उत्तर प्रदेश के किसी राज्यकीय चिकित्सालय / मेडिकल कालेज/ चिकित्सा संस्थान में स्थापित नहीं किया गया इसलिए डा० राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एडवांस न्यूरो साइन्सेज सेन्टर स्थापना से एक ही छत के नीचे समस्त मूल भूत सुविधाएं जन-मानस को प्राप्त हो ।

आलोक कुमार, प्रमुख सचिव चि०शि० उ०प्र० शासन एवं उपाध्यक्ष लोहिया संस्थान ने अपने सम्बोधन में कहा कि मरीज अस्पताल में दुख के साथ आता है यह हमारा कर्तव्य है कि हम इलाज से उसको कुछ सुकून दे पाये। उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुये उम्मीद की एडवास न्यूरो साइन्सेज सेन्टर की कार्यदायी संस्था सेन्टर का निर्माण समय करेगी। साथ ही उन्होंने सेन्टर के संचालन के लिए उपकरणों मैन पावर इत्यादि से सम्बन्धित अपने क्षेत्राधिकार की जिम्मेदारियों को समय से कार्यवाही कर पूर्ण करने का अनुरोध किया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि संस्थान के विशिष्ट पहचान हेतु शासन स्तर से सदैव सहयोग प्रदान किया जायेगा।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संदीप सिंह राज्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा, वित्त एवं प्राविधिक शिक्षा द्वारा यह उम्मीद की गई कि संस्थान अपने उद्देश्यों पूरा करके मरीजों के हित का पूरा ध्यान रखेगा।

Previous articleहार्ट को हेल्दी इस तरह रखें…
Next articleप्रदेश भर मे एनपीएस व निजीकरण भारत छोड़ो पदयात्रा मे उमड़ी ऐतिहासिक भीड़

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here