लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में जूनियर डाक्टरों का काम करने का अलग अंदाज है। उन्हें काम में कोई दखलदांजी अच्छी नहीं लगती है, वह चाहे मरीज का इलाज कर रहे हो या देर कर रहे हो।आरोप हैं कि जूनियर डॉक्टरों ने महिला व एक पुरुष तीमारदार की जमकर पिटाई कर दी। फिलहाल पीड़ित तीमारदारों ने घटना के बाद पुलिस में तहरीर देकर न्याय दिलाने की फिर गुहार लगा दी है।
मामला लखीमपुर खीरी स्थित गोला गोकरनाथ निवासी किरण शर्मा (48) का है। इनके तीमारदार शुगर व ब्लड प्रेशर समेत दूसरी परेशानिया बढ़ने पर उन्हें सोमवार को लेकर केजीएमयू पहुंच गये। कोशिशों के बाद यहां मरीज को गांधी वार्ड में भर्ती किया गया। पति संजय शर्मा का आरोप है कि शुक्रवार को सुबह से पत्नी का लगातार ब्लड प्रेशर गड़बड़ा रहा है, तो उनकी रिश्तेदार सुनीता ने डॉक्टर को बताया आैर आकर देखने के लिए अनुरोध किया, ताकि मरीज को बेहतर इलाज मिल सके। पहले तो वार्ड में मौजूद डॉक्टरों ने सुनीता की बात को अनसुना कर दिया। इसके बाद उसने फिर बार-बार जाकर फरियाद करने लगी। बस इस बात से जूनियर डॉक्टर नाराज हो गये। आरोप हैं कि डॉक्टर ने सुनीता को धक्का दे दिया। यह घटना पास में खड़े बेटे दिवाकर ने यह देख लिया। उसने डॉक्टर वहां पहंुच कर धक्का दे ने का विरोध दर्ज कराया। आरोप है कि जूनियर डाक्टर नाराज हो गये आैर बात बढ़ गई। तीमारदारों का आरोप है कि कुछ ही देर में देखते -देखते जूनियर डॉक्टर एकजुट हो गए। आरोप है कि सब ने सुनीता और बेटे दिवाकर की पिटाई कर दी। पिटाई होने पर हैरान परेशान दोनों मरीज छोड़कर बाहर भागे। तब जाकर डॉक्टरों ने छोड़ा। उन्होंने बताया कि घटना की शिकायत पुलिस में की है। फिलहाल केजीएमयू प्रशासन ने इस घटना पर जांच कराने का अाश्वासन दिया है।










