लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग की प्रमुख डा. तूलिका चंद्रा ने कोरोना काल में मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका में रही। कोरोना मरीजों के लिए बने प्लाज्मा बैंक को कड़ी मेहनत से प्रदेश का नम्बर वन प्लाज्मा बैंक बना दिया। डा. तूलिका चंद्रा के जागरूकता अभियान से यहां पर सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों ने प्लाज्मा डोनेशन भी किया। वर्तमान में सभी ग्रुप के प्लाज्मा यूनिट मौजूद है। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा बैंक से कोरोना संक्रमण से गंभीर हो चुके मरीजों की जान बचाने में प्लाज्मा थेरेपी सफलता पूर्वक की गयी। यही नही कोरोना काल में प्लाज्मा बैंक नोडल सेंटर भी बन गया था। सरकारी से लेकर निजी क्षेत्र के मेडिकल कालेजों तक प्लाज्मा बैंक को शुरू कराने तथा प्लाज्मा यूनिट देने की जिम्मेदारी भी निभायी। कोरोना काल में सबसे ज्यादा ब्लड डोनेशन कराने के लिए उनके ब्लड बैंक को नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) ने सम्मानित भी किया है।
डायटीशियन रमा त्रिपाठी
पीजीआई की वरिष्ठ डायटीशियन रमा त्रिपाठी ने बच्चों में कुपोषण के प्रति अभियान छेड़ रखा है। संस्थान से लेकर स्कूलों तक बच्चों के न्यूट्रीशनल एनीमिया को ठीक करने में लगी रहती है। वह फालोअप के लिए बच्चों से लेकर अभिभावकों तक के सम्पर्क में लगातार रहती है। डायटीनियशन रमा ने बताया कि एक से 16 वर्ष तक के बच्चों में फास्टफूड का ज्यादा सेवन के कारण न्यूट्रीशनल एनीमिया बढ़ रहा है। इससे बच्चों का विकास प्रभावित होता है। उन्होंने बताया कि बच्चे मीठा खाद्य पदार्थ भी बहुत खाने लगे है। गुड़ से बनी खाद्य पदार्थ उन्हें बिल्कुल नहीं भाते है। उन्होंने बताया कि बच्चों की लाइफ स्टाइल के प्रति अभिभावकों को सजग रहना होगा। वह पीजीआई में किडनी ट्रासप्लांट व डायलिसिस के मरीजों का विशेष डाइट का परामर्श देती है। उन्हांेने बताया कि सही डाइट से डायलिसिस व ट्रांसप्लांट में मरीज को बहुत राहत रहती है।