लखनऊ। गोमती नगर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में संविदा कर्मचारी संगठन का आरोप है कि कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का उत्पीड़न स्थानीय पुलिस द्वारा भी किया जा रहा है। आरोप है कि लगभग 15 दिन पूर्व दो सुरक्षाकर्मियों को पुलिस ने मरीजों से पैसे लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, जबकि कोई बाहरी व्यक्ति अस्पताल में दलाली कर रहा था, उसके पकड़े जाने पर साथ में दो सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि इनके पक्ष से कुछ भी नहीं सुना गया और ना ही संस्थान प्रशासन ने किसी प्रकार का बीच-बचाव किया। तत्पश्चात दो तीन सुरक्षाकर्मियों से लोकल पुलिस चौकी के सिपाही दबाव बनाने आैर जेल भेजने की धमकी देने लगे।
यह प्रकरण शांत हुआ था कि कर्मचारियों का आरोप है कि आज आईसीयू के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी सरवन कुमार को कुमार को डायल 112की पुलिस बिना किसी शिकायत के उठा ले गयी और थाने में ले जाकर मारा पीटा। सुबह सभी संस्थान के सभी सुरक्षाकर्मी एकत्रित होकर जब विरोध किए तो इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर के कहने पर सुरक्षाकर्मी सरवन कुमार को थाने से छोड़ा दिया गया। एकजुट हुए सुरक्षाकर्मियों के बवाल मचाने के बाद सेवा प्रदाता फर्म केशव सिक्योरिटी सर्विसेज ने कार्यवाही करवाने का आश्वासन दिया। लगातार हो रही घटनाओं को देखते हुए संविदा कर्मचारी संघ भी आगे आया और कहा की कर्मचारियों का उत्पीड़न ठीक नहीं है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया है संस्थान स्तर से उचित कदम उठाए जाने की बात की गई है मगर ड्यूटी पर तैनात किसी भी कर्मचारी को अगर इस प्रकार पुलिस उत्पीड़न का शिकार बनाया जाता है बिना संस्थान के उच्च अधिकारियों के परमिशन के गिरफ्तारी होती है , तो ऐसे में सभी कर्मचारी असुरक्षित महसूस करेंगे। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को मामले में पत्र भेजने का आश्वासन दिया है।