NEWS- किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सर्जरी विभाग द्वारा विश्व आघात दिवस ;वर्ल्ड ट्रॉमा डेद्ध पर 1090 चौराहे पर वॉकाथॉन का आयोजन किया गया। यह वॉकाथॉन 1090 चौराहे से शुरू होकर डॉ. राम मनोहर लोहिया पार्क होते हुए वापस 1090 चौराहे पर आकर समाप्त हुई। इस वॉकाथॉन को चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उक्त वॉकाथॉन में चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों एवं आमजन ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर शताब्दी अस्पताल में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में अपने प्रबोधन में कुलपति ने कहा कि प्रत्येक वर्ष विश्व में लगभग 10 लाख लोगों की मौत सड़क हादसों की वजह से होती है और करीब 5 से 6 लाख लोग विकलांगता के शिकार होते है। उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक और कैंसर के बाद विश्व में होने वाली मौत की तीसरी सबसे बड़ी वजह ट्रामा है। उन्होंने कहा कि कानून का पालन करने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग और ट्रेफिक पुलिस को आपसी सहयोग से आमजन को जागरूक किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हेल्मेट एवं सीट बेल्ट का प्रयोग न करना और नशे में वाहन चलाने की मानसिकता से युवाओं का बाहर निकालना पड़ेगा।
इस अवसर पर ट्रॉमा सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि देश में प्रतिवर्ष करीब डेढ़ लाख लोगों की सड़क हादसों में मौत हो जाती है, 05 से 40 वर्ष की उम्र में मौत का सबसे बड़ा कारण रोड ऐक्सीडेंट है, जबकि यातायात नियमों का पालन कर ज्यादातर मामलों को टाला जा सकता है और सुरक्षा बेल्ट एवं हेल्मेट के प्रयोग से करीब 70 फीसदी सड़क हादसों में कमी लाई जा सकती है।
उन्होंने बताया कि प्री-हास्पिटल केयर के माध्यम से दुर्घटना के बाद और अस्पताल पहुंचने तक किस प्रकार को घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर में चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराकर उसकी जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में थोड़ी से जागरूकता एवं संवेदनशीलता अपनाकर होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकती है।
उक्त कार्यक्रम का समापन ट्रॉमा सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. समीर मिश्रा द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ किया। इस अवसर पर आर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर अजय सिंह, डॉ0 राजीव मिश्रा सहित तमाम चिकित्सक, विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।