जहां करता था काम, वही नहीं मिला इलाज, मौत

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लखनऊ। गोमती नगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की इमरजेंसी में चिकित्सा व्यवस्था की बदहाल है। यहां पर तैनात अपने ही लैब टेक्नीशियन को इमरजेंसी में तीन घंटा दर्द से तड़पने के बाद भी इलाज नहीं मिल सका। परिजनों का आरोप है कि इलाज के लिए लैब टेक्नीशियन का परिचय बताते हुए ड्य्टी पर तैनात डाक्टरों से इलाज के लिए फरियाद करते रहे, यहीं नही कुछ जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों को भी इमरजेंसी में इलाज न मिलने की जानकारी दी , लेकिन सभी सोते रहे है। आरोप हैं कि फिर भी टेक्नीशियन को भर्ती नहीं किया। बिगड़ती तबियत को देखते हुए परिजन मरीज को निजी अस्पताल ले गए। वहां इलाज के दौरान टेक्नीशियन की मौत हो गयी। मौत के बाद लोहिया संस्थान प्रशासन ने फिलहाल जांच बैठा दी है।
लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक में तैनात एक्सरे टेक्नीशियन पद अनुराग सिंह तैनात थे। बताते चले कि पांच अक्टूबर की शाम को ड्यूटी पर आते समय रोड एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हो गए। आनन-फानन में लोहिया इमरजेंसी में लेकर पहुंचे तो यहां एक्सरें में फ्रैक्चर होना पता चला। प्लास्टर चढ़ाने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। इसके बाद बारह अक्तूबर को पक्का प्लास्टर के बाद घर भेज दिया था। तेरह को अनुराग की अचानक तबियत तेजी से बिगड़ने लगी। परिजनों के मुताबिक बैचेनी के साथ कमजोरी, बुखार, बदन दर्द शिकायत थी। तबियत में सुधार न होने पर परिजन रात करीब 11 बजे अनुराग को लेकर लोहिया इमरजेंसी में लेकर पहुंचे।
लोहिया कर्मचारी अस्तित्व बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष डीडी त्रिपाठी और उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला का आरोप है कि अनुराग को डॉक्टरों ने भर्ती करने में हीला हवाली आैर दबाव बनाने पर दो इंजेक्शन लगाकर घर ले जाने के लिए बता दिया। जबकि परिजन अनुराग मरीज को भर्ती करने का अनुरोध कर रहे थे तो डाक्टर बिस्तर खाली न होने की बात कही। मोर्चा का आरोप है कि संस्थान में बड़ी संख्या में बेड खाली चल रहे हैं। कोई सुनवाई न होने पर तीन घंटे तड़पाने के बाद मरीज को घर भेज दिया। परिजन मरीज को लेकर घर पहुंचे थे कि दोबारा हालत बिगड़ लगी आैर सांसें उखड़ने लगी। परिजन लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में इलाज की उम्मीद छोड़ चुके थे वह लोग मरीज को लेकर फैजाबाद रोड स्थित निजी अस्पताल ले गए। यहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने मरीज को बचाने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। संगठन ने मामले की जांच की मांग की है। इसके साथ ही जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। इस बारे में लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डा. श्री केश सिंह का कहना है कि लोहिया संस्थान के सीएमएस डॉ. राजन भटनागर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए कमेटी गठित की है। तीन दिन में जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

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