लखनऊ । प्रदेश के मेडिकल कॉलेज और चिकित्सा संस्थानों में कोरोना मरीजों को संजय गांधी पी जी आई के कोरोना मरीजों के गाइडलाइन अनुसार उपचार शुरू किया जाएगा। संस्थान ने कोरोना के मरीजों के लिए 150 पेज की प्रोटोकोल बुक उपचार के लिए तैयार की हैं। इस प्रोटोकोल बुक को प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों एवं मेडिकल कॉलेज में उपचार की गाइड लाइन को प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा अपर मुख्य सचिव डॉ रजनीश दुबे ने शासनादेश जारी की है। इसमे दी गयी गाइड लाइन के अनुसार कोरोना मरीजों के उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। राजधानी कोविड 19 के अस्पताल में मे कोरोना के मरीजों में ठीक होने की संक्रमित दर 89 प्रतिशत है। चिकित्सा शिक्षा के अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे ने शासनादेश जारी करके प्रोटोकोल बुक में उपचार से संबंधित भतीँ मरीजों में रेमडेसिविर और एस्टेराँयड दवाएं करीब 90 फीसदी कारगर साबित हुई है। इसमे इंजेक्शन रेमडेसिविर के अलावा हाइड्रोक्लोरोक्विन ट्रैसलिजुमेब इटौलीजुमैब और फैवीपरिवीर का उपयोग किया जा रहा है। पी जी आई और के जी एम यू मे प्लाजमा थिरेपी की शुरुआत के पहले हफ्ते में प्लाजमा थिरेपी देने के परिणाम अच्छे बताये हैं। बुक के प्रोटोकोल में 11गाइड लाइन में यह भी बताया गया है कि मरीज का एक्सरे सी टी स्कैन अन्य जाँचों से लेकर मरीज को दवा और इंजेक्शन आक्सीजन कब और कैसे कितनी मात्रा में में देनी है। साथ ही गंभीर मरीजों पर वेंटिलेटर पर क्या उपचार मुहैया कराना है।