लखनऊ। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय व संजय गांधी पी जी आई में सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जाता है कि दोनों चिकित्सा संस्थान अक्टूबर से ओपीडी शुरू कर सकते है। इसके लिए ओपीडी में कोविड-19 प्रोटोकाल के अनुसार मरीजों की लाइन लगाने तथा पंजीकरण करने की व्यवस्था के साथ ही डाक्टर तथा अन्य स्टाफ की तैनाती कैसे की जाए। इस पर बैठके हो रही है।
दरअसल केजीएमयू व पीजीआई की ओपीडी में सिर्फ मरीजों को परामर्श ही दिया जाए या मरीजों को भर्ती भी किया जाए। यही नहीं सर्जरी के मरीजोंको भर्ती किया जाए कि नहीं। इन सब पर दोनों चिकित्सा संस्थानों में बैठके शुरू हो चुकी है। पीजीआई में नान कोविड मरीजों की ओ पी डी शुरू करने पर अभी डाक्टरों के बीच कोई सहमति नहीं बन पायी हैं। गुस्र्वार को निदेशक और सभी विभागाध्यक्ष के साथ होने वाली बैठक नहीं हो सकीं। अब यह बैठक शुक्रवार को होगी। हालांकि डाक्टरों का कहना है कि 80 प्रतिशत डाक्टर और रेजिडेंट के अलावा स्टाफ राजधानी कोविड अस्पताल में ड्यूटी कर रहे हैं। संस्थान के वरिष्ठ डाक्टरों का एक गुट ओ पी डी शुरू करने के पक्ष में हैं तो दूसरा बिना तैयारी ओपीडी शुरू नहीं करना चाहता है। पी जी आई निदेशक प्रोफेसर आर के धीमान ने बताया कि ओ पी डी शुरू करने के लिए शुक्रवार को सभी विभागाध्यक्ष की बैठक में तय होगा। इसी प्रकार केजीएमयू के प्रवक्ता डा. सुधीर सिंह ने बताया कि ओपीडी शुरू करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। कोविड -19 प्रोटोकाल को देखते तैयारी की जा रही है। ताकि ओपीडी में तैनात व मरीज, तीमारदार कोरोना संक्रमण से बचे रहे। उन्होंने बताया कि ओपीडी अक्टूबर महीने से शुरु हो सकती है।