PGI : कोविड-19 महामारी में डायलिसिस

0
788

लखनऊ। कोविड-19 महामारी के इस दौर में गुर्दे की समस्‍या से ग्रस्‍त मरीजों को डायलिसिस कराना बड़ी चुनौती बन गया है। विशेषकर वे गुर्दा रोगी जिन्‍हें कोरोना संक्रमण भी हो गया, इस चुनौती को संजय गांधी पीजीआई संस्‍थान ने स्‍वीकार किया और संस्‍थान के राजधानी कोरोना हॉस्पिटल में इस समय रोज लगभग 30 से 35 ऐसे गुर्दा रोगियों की डायलिसिस की जा रही है ,जिन्‍हें तुरंत डायलिसिस की आवश्‍यकता होती है। उनका दावा है कि मार्च 2020 से अब तक लगभग यहाँ संस्‍थान के कोरोना अस्‍पताल में 450 डायलिसिस हो चुकी हैं। इसके अतिरिक्‍त गैर संक्रमित गुर्दा रोगियों की विभाग में ही डायलिसिस की जा रही है।

Advertisement

 

 

यह जानकारी देते हुए नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रो अमित गुप्‍ता ने बताया कि कोविड-19 महामारी में विशेषतया उन मरीजों की , जिन्हें गुर्दे का संक्रमण है और जो डायलिसिस पर हैं। उनके सामने दिक्कत पैदा हुई है। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के नेफ्रोलॉजी विभाग में ऐसे अनेक मरीजों के लिए, जिनकी हफ्ते में दो या तीन बार डायलिसिस होती थी और जो कोविड-19 संक्रमण से भी ग्रस्त हो गये थे, डायलिसिस की एक अलग व्यवस्था की आवश्यकता थी। दूसरी ओर राजधानी कोरोना अस्पताल में भर्ती अनेकों संक्रमित मरीजों को गुर्दे की समस्याएं उत्पन्न हो रही थीं और उन्हें तुरंत डायलिसिस की आवश्यकता थी। संस्थान के नेफ्रोलॉजी विभाग ने इस चुनौती को पूरी गंभीरता के साथ स्वीकार किया और राजधानी कोरोना अस्पताल से ही डायलिसिस सेवाएं देना प्रारंभ करने की व्यवस्था की। डॉ . गुप्‍ता बताते हैं कि अनेक प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुए चार डायलिसिस नर्सेज और टेक्नीशियन मुस्तैद हैं। उन्‍होंने बताया कि स्थिर अवस्था के मरीजों को आइसोलेशन में और गंभीर रूप से बीमार मरीजों को आईसीयू में रखने की व्यवस्था है।

इस समय विभाग की तरफ से राजधानी कोरोना अस्पताल में डायलिसिस की 10 मशीनें लगाई गई हैं। डायलिसिस के लिए आरो ट्रीटेड शुद्ध पानी की आवश्यकता होती है, इसलिए पीजीआई के अन्य विभागों से पोर्टेबल आरो मशीन भी मंगाकर राजधानी कोरोना हॉस्पिटल में लगाई गई हैं जिससे डायलिसिस सेवाएं सुचारु रूप से चलाई जा सकें।

उन्‍होंने बताया कि राजधानी कोरोना हॉस्पिटल में आगरा, मेरठ, झांसी, इलाहाबाद इत्यादि शहरों से भी डायलिसिस की आवश्यकता वाले मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। लगभग सभी मरीज जो अन्य शहरों से उपचार के लिए यहां आए थे, उपचार प्राप्त कर और कोविड नि‍गेटिव की रिपोर्ट लेकर डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। अभी तक राजधानी कोविड हॉस्पिटल में गुर्दे के संक्रमण से ग्रस्त लगभग 100 मरीजों को भर्ती किया गया है और एक बहुत बड़ी संख्या में मरीज ठीक हो कर डिस्चार्ज कर दिए गए हैं।

डॉ अमित गुप्‍ता ने कहा कि इस कोरोना संकट के काल में नेफ्रोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक, सीनियर रेजिडेट्स, तकनीशियन, नर्सेज और अन्य सभी स्टाफ पूरी क्षमता और समर्पण के साथ सभी चुनौतियां स्वीकार करने को तैयार है।

Previous article कोरोना : राजधानी में 9 मौतें
Next articleश्री गणेश को लगा मोदक का भोग

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here