लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कोरोना वार्ड में शुक्रवार देर शाम ऑक्सीजन गैस का रिसाव होने से वहां पर भगदड़ मच गयी। आक्सीजन पाइप के वॉल्व में खराबी से ऑक्सीजन का रिसाव होने लगा तो डर कर भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज भागकर बाहर पहंुच गये। सूचना मिलने पर जिम्मेदार अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंच कर ने खराबी ठीक करायी।
बताते चले कि यूरोलॉजी के समीप स्थित संक्रामक रोग यूनिट में कोरोना वार्ड बनाया गया है। यहां के तीसरे तल पर पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं। बताया जाता है कि यहां निर्माण निगम की ओर से कुछ समय पहले ही ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछायी गयी है। शुक्रवार शाम को अचानक वार्ड में तेज आवाज के साथ आक्सीजन गैस रिसाव होने लगा। तेज आवाज से डर कर वहां मौजूद डॉक्टर व कर्मचारी बाहर भागने लगे तो वार्ड में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज भी घबरा गये। वह भी पीछे- पीछे भागकर वार्ड के बाहर पहुंच गये। बाहर कोरोना पाजिटिव मरीजों को बाहर देख वहां भगदड़ की स्थिति बन गयी। पहले तो आनन-फानन कर्मचारियों ने वॉल्व की मरम्मत के लिए भीतर जाने की हिम्मत नहीं कर पाये। घटना कोरोना वार्ड में होने से कर्मचारी व मरीज करीब 20 मिनट बाहर ही खड़े रहे।
इसके बाद मौके पर पहुंचे जिम्मेदार अधिकारियों ने कर्मचारियों को पीपीई किट व ग्लब्स मुहैया कराया। तब कही कर्मचारी वार्ड में दाखिल हुए। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद वॉल्व दुरुस्त किया जा सका। इसके बाद मरीजों को वार्ड में जाने के निर्देश दिए गए। दो माह के भीतर ऑक्सीजन पाइप लाइन के काम में गड़बड़ी ने समान की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं। कुछ समय पहले निर्माण निगम ने इसे केजीएमयू को सौंपा था। वहीं वॉल्व ठीक करने गए कर्मचारियों को क्वॉरंटीन भी नहीं किया गया। केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर के बताया कि कोरोना वार्ड में ऑक्सीजन वॉल्व में खराबी आ गई थी। सूचना मिलते ही उसे दुरुस्त करा दिया गया। हांलाकि आक्सीजन गैस हवा में घुलनशील है। इससे मरीजों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होती है।
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