लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में पहली बार कोरोना के गंभीर मरीज को प्लाज्मा थेरेपी दी गयी। इस थेरेपी का प्रयोग कोरोना के गंभीर मरीज जालौन के डाक्टर को प्लाज्मा चढ़ाकर किया गया है। यह प्लाज्मा राजधानी की पहली कोरोना मरीज कनाडा की महिला डॉक्टर ने रविवार को दान लिया गया है। प्लाज्मा कोरोना पीड़ित उरई के डॉक्टर को चढ़ाया गया। डॉक्टर केजीएमयू 1981 बैच के एमबीबीएस पढ़ाई की है। यहां से पढ़ने वाले छात्र को जार्जियन कहा जाता है।
जालौन के डाक्टर को केजीएमयू में भर्ती कराया गया है। यहां पर शाम को इस डाक्टर की हालत बिगड़ी। संक्रामक रोग यूनिट के प्रभारी डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि डॉक्टर को सांस लेने में दिक्कत बढ़ी। शरीर में ऑक्सीजन का स्तर गड़बड़ाने लगा। ऑक्सीजन पर रखने के बावजूद स्थिति काबू में नहीं आई। लिहाजा प्लाज्मा थेरेपी के विकल्प का प्रयोग किया गया। यह प्लाज्मा केजीएमयू की ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग में गोमतीनगर निवासी पहली कोरोना मरीज ने दान किया। महिला डॉक्टर का ब्लड ग्रुप ओ पॉजटिव है। वहीं जालौन के डॉक्टर का ग्रुप भी ओ पॉजिटिव है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ. तूलिका चन्द्रा ने बताया कि रात करीब आठ बजे 200 एमएल प्लाज्मा चढ़ाया गया।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.