लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में डॉक्टरों की वर्चस्व की जंग में कैंसर मरीज परेशान हो रहे हैं। आलम यह है कि आपरेशन थियेटर तक पहुंचने वाले मरीजों की सर्जरी तक टाल दी जाती है। शुक्रवार को दंत संकाय के मैक्सियोफेशियल विभाग के ऑपरेशन थियेटर से दो मरीजों को वापस कर दिया गया। कहा गया कि अगर तबियत बिगड़ती है, तो वेंटीलेटर नहीं हैै।
दंत संकाय के ओरल एंड मैक्सियोफेशियल विभाग के ऑपरेशन थियेटर में शुक्रवार को चार मरीजों की सर्जरी करने का निर्णय लिया गया। इसमें दो की सर्जरी के लिए तैयार किया जाने लगा। उन्हें ऑपरेशन थियेटर में ले कुछ देर बाद दोनों की सर्जरी करने से मना कर दिया गया। तीमारदारों का आरोप है कि उन्हें सर्जरी नहीं की गयी है। आरोप है कि उन्हें ऐन मौके पर बताया गया कि उनके पास वेंटिलेटर नहीं है। तीमारदारों का आरोप है कि सर्जरी कराने वाले डॉक्टरों का तर्क है कि इस सर्जरी में वेंटिलेंटर की जरूरत नहीं है, जबकि एनेस्थिसिया डाक्टर वेंटिलेटर बिना सर्जरी ही टालने पर अड़ी थी, जबकि बताया जाता है कि वेंटिलेटर का इंतजाम एनेस्थिसिया विभाग ही करता है। इसके बाद भी मरीजों के लिए वेंटिलेटर का इंतजाम नहीं किया गया और उन्हें ऑपरेशन थियेटर से लौटा दिया गया।
केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर सिंह ने बताया कि अभी तक किसी भी डॉक्टर व मरीज के तीमारदार ने इस तरह की शिकायत नहीं की है। शिकायत मिली तो केजीएमयू प्रशासन प्रकरण की जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.