अगले तीन साल में प्रदेश से इंसेफेलाइटिस खत्म करने में होंगे सफल : सीएम

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लखनऊ । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि जागरुकता के दम पर ही अगले दो-तीन वर्षो में प्रदेश से इंसेफेलाइटिस को खत्म करने में सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि लगातार प्रयास के बाद दो वर्ष में मृतकों की संख्या में 65 फीसदी कमी लाने में सफलता मिली है। मुख्यमंत्री किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सर्जरी विभाग द्वारा इंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रामा एंड एक्यूट केयर (आइएसटीएसी) की तीन दिवसीय नौवीं राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन कर रहे थे। मुख्यमंत्री का स्वागत ट्रामा सर्जरी विभाग के प्रमुख आैर संगोष्ठी के आयोजक प्रो. संदीप तिवारी ने किया।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में पहले संसाधनों की बेहद कमी थी, लेकिन आज वहां सुविधाओं को विकसित किया। यही कारण है कि दो वर्ष में मौत के आंकड़ों को 65 फीसदी कम करने में हम सफल हुए हैं। योगी ने कहा कि पहले इंसेफेलाइटिस को अज्ञात बीमारी बताकर मरीजों को मरने के लिए छोड़ दिया जाता था, लेकिन वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने पहली बैठक इंसेफेलाइटिस को लेकर की। लोगों को इंसेफेलाइटिस को लेकर जागरूक किया। विभागों को जोड़कर लक्ष्य निर्धारित किया तथा लोगों को बताया कि उपचार से ज्यादा बचाव महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क हादसों के आंकड़े आज किसी महामारी से कम नहीं है। हमारी सरकार सड़क हादसों को रोकने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। लोगों को जागरुक कर रही है। उन्होंने सड़क हादसों को रोकने के लिए कई बार विभागीय बैठकें की गयी। बस ड्राइवरों की आंखों की जांच कराई। लोगों को जागरुक किया, ताकि प्रदेश में सड़क हादसों में कमी आ सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के सेमिनार व्यापक जागरुकता के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। सड़क सुरक्षा से जुड़े हुए सभी मुद्दों पर केजीएमयू के माध्यम से हर जनपद में इसको ले जाने की व्यापक कार्ययोजना बननी चाहिए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि डाक्टरों आैर स्वास्थ्यकर्मियों को चिंता मुक्त होकर काम करना चाहिए। डाक्टर चिंतामुक्त होकर मरीजों का इलाज करेंगे तो वह ज्यादा बेहतर तरीके से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में लगभग 42 ट्रामा सेंटर मौजूद है आैर इन्हें सशक्त करके लिए डाक्टरों की आवश्यकता है। दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए नयी तरीकों को खोजा जाएगा। कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि आमजन से यातायात नियमों का पालन करने एवं हेलमेट, सीट बेल्ट का प्रयोग किये जाने की अपील की। कार्यक्रम में केजीएमयू कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति लोगो में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। इस अवसर परइंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रामा एंड एक्यूट केयर (आइएसटीएसी) का फाउंडर प्रेसीडेंट डा. विनोद जैन को बनाया गया।

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