लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति के उदासीन रवैये से ट्रामा सेंटर में मरीज-तीमारदारों की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। बिना नेम प्लेट लगाये सुरक्षा गार्ड अभद्रता करते रहते है। आरोप है कि शुक्रवार को सेंटर में इलाज कराने आयी महिला तीमारदारों के साथ अभद्रव्यवहार तैनात सुरक्षा गार्डो ने उन्हें हाथ पकड़ कर बाहर धकेल दिया। इससे वह गिर गयी अौर उसके चोटिल महिला इतना था कि वह ट्रॉमा में भर्ती अपने बच्चे को पास जा रही थी। इस घटना पर वहां पर अन्य तीमारदार नाराज हो गये आैर हंगामा मचा दिया। इससे काफी देर तक मरीजों व तीमारदारों का आवागमन बंद हो गया। मौके पर पहुंचे पुलिस बल मामले को शांत कराया।
बताते चले कि खदरा निवासी परवीन को सात महीने का शिशु है। शिशु की तबीयत बिगड़ी पर परिजनों ने उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। पिता शमन ने बताया कि तीन महीने से शिशु का इलाज चल रहा है। शुक्रवार को दोपहर करीब दो बजे पत्नी परवीन बच्चे की दवा लेने ट्रॉमा सेंटर के बाहर गई थी। दवा लेकर लौटी तो सुरक्षाकर्मियों ने उसे भीतर जाने से रोक दिया अौर पास दिखाने को कहा। महिला ने पास न होने की बात कही। इस बात को लेकर सुरक्षाकर्मी व परवीन में कहासुनी होने लगी। इसी दौरान एक सुरक्षाकर्मी ने परवीन का हाथ पकड़ाकर बाहर खींच लिया। इससे परवीन सड़क पर गिर पड़ी। गिरने से काफ ी देर तक सड़क से उठ ही नहीं पायी।
वहां से गुजर रहे तीमारदारों ने परवीन को सहारा देकर उठाया। इस दौरान पहंुचे तीमारदारों ने इस घटना का विरोध करते हुए उसके परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। तीमारदारों का कहना है कि सुरक्षा गार्ड काफी धक्का मुक्का करती है। जरा सी बात पर ही गेट पर अभद्रता करने लगते है। यह लोग नियम होने के बाद भी वर्दी पर नेम प्लेट नहीं लगाते है। पहचान कराये जाने पर मुकर जाते है कि वह उस वक्त मौके पर नहीं थे। हंगामे के कारण इसकी वजह से मरीजों का आवागमन भी प्रभावित होने लगा। हंगामे की खबर मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई। बीच बचाव कर पुलिस ने मामला शांत कराया। ट्रॉमा में भर्ती बच्चे से भी मिलने से रोक दिया। परेशान हाल परवीन जब ट्रॉमा सेंटर में गई तो पीआरओ व अन्य अधिकारियों से शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
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