अमेरीकी कम्पनियों का दावा, यहां सुधर सकती है स्वास्थ्य क्षेत्र की सेहत

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लखनऊ। अमेरिकी कंपनियों ने प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश को लेकर दिलचस्पी दिखायी है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने एजेंसियों को जापानी इन्सेफेलाइटिस से प्रभावित गांवों में शुद्ध पेयजल का संयंत्र, कैथलैब, कार्डियोलाजिस्ट प्रशिक्षण, रेडियेशन आनकालाजी, सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन, हेपेटाइटिस वैक्सीन जैसे सेवाएं चुनिन्दा चिकित्सा क्षेत्रों में कंपनियों की ओर से देने के लिए दिलचस्पी दिखाई गयी है ।

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बताते चले कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल 30 अप्रैल से छह मई तक अमेरिका में था । उन्होंने बताया कि हनीवेल तथा वाटर हेल्थ ने प्रदेश में शुद्ध पानी उपलब्ध कराने हेतु सेवायें देने की इच्छा व्यक्त की । हनीवेल के वाइस प्रेसीडेन्ट आर्थर सिम्मोनेती ने स्मार्ट शहरों में शुद्ध पानी की समस्या के निपटारे में सहभागिता करने के लिए सहमत है।

उन्होंने बताया कि वाटर हेल्थ के मुख्य कार्याधिकारी संजय भटनागर ने जापानी इन्सेफेलाइटिस प्रभावित गांवों में पेयजल शुद्धता हेतु जल संशोधन इकाई स्थापित करने में रूचि दिखाई । स्वास्थ्य मंत्री सिंह के मुताबिक अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनीवर्सिटी के वरिष्ठ शिक्षकों से प्रदेश के जेई – एईएस प्रभावित जिलों की समस्याओं के समाधान हेतु यूनीवर्सिटी से एमओयू हस्ताक्षरित करने का निर्णय लिया गया । इसके अतिरिक्त स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय ने जन स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु शोध कार्य में सहयोग देने का आश्वासन दिया ।

सिंह ने बताया कि प्रतिनिधिमण्डल ने मेडट्रानिक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीन सलमोन तथा उपाध्यक्ष जेम्स साउथविक से मुलाकात की । उन्होंने प्रदेश में कैथलैबों की स्थापना, जिला अस्पतालों में प्रिवेन्टिव एवं इनीशियल हेल्थ केयर सुविधाओं का सार्वजनिक – निजी भागीदारी :पीपीपी: मॉडल पर विकास करने के साथ-साथ कार्डिओजिस्टों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराने में भी रूचि दिखायी। उन्होंने बताया कि वेरियन मेडिकल सिस्टम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक खूंटिया ने पीपीपी मॉडल पर प्रदेश में रेडियेशन आनकोलॉजी विकसित करने में रूचि प्रदर्शित की।

सिंह ने बताया कि इममर्सिव टच के चेयरमैन पी पैट बनर्जी ने ऐसी तकनीक उपलब्ध कराने की इच्छा व्यक्त की, जिससे कम कीमत पर एमआरआई का विकल्प दिया जाएगा । इसके अन्तर्गत सीटी स्कैन डायगनोसिस 3 – डी रीडिंग से की जा सकेगी। इससे राज्य के ट्रामा सेन्टरों के उन्नयन में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि मर्क की निदेशक सुश्री अनुपमा तंत्री ने महिलाओं में सरवाईकल कैन्सर की रोकथाम हेतु वैक्सीन उपलब्ध कराने की इच्छा व्यक्त की। मर्क पंजाब तथा सिक्किम में सरवाईकल कैंसर के उपचार हेतु वैक्सीन उपलब्ध करा रही है। सिंह ने बताया कि गिलीड साइन्ज की निदेशक सुश्री क्लाउडिया लिलेनफेल्ड ने पंजाब की भांति उत्तर प्रदेश में हेपेटाईटिस – सी हेतु वैक्सीन कार्यक्रम चलाने की इच्छा व्यक्त की है।

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