लखनऊ । बलरामपुर अस्पताल में पार्किंग को लेकर वाहन चालक आैर गार्ड में जमकर मारमीट हुई। ऐसे में अस्पताल के भीतर अफरातफरी आैर दहशत माहौल बन गया। इमरजेंसी के सामने महिला वार्ड के कर्मचारियों ने दरवाजे बंद कर लिए। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गार्ड को हिरासत में ले लिया। इसके विरोध में लामबंद हुए गार्डों ने हड़ताल करते हुए प्रदर्शन किया। अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप के चलते पुलिस दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर सुलह करने में जुटी गयी।
करीब रात आठ बजे इमरजेंसी के सामने एक टैक्सी बेतरतीब ढंग से खड़ी करके कुछ लोग मरीज को लेकर पहुंचे। गार्ड फिरोज ने टैक्सी को पार्किंग में खड़ा करने की बात कही। यह बात टैक्सी चालक को नागवार गुजरी। उसे हटाने से मना किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टैक्सी सवार लोग गार्ड को गालियों देते हुए अवकात में रहने की बात कही। गार्ड भी एकजुट हो गए आैर दोनों पक्षों में जमकर मारमीट होने लगी, इसमें दोनों की शर्ट की फट गयी। इस घटना के चलते किसी ने इमरजेंसी साइरन बजा दिया, जिसकी आवाज सुनकर अन्य वार्डों में ड्यूटी कर रहे वार्ड ब्वाय आैर गार्ड इमरजेंसी पहुंच गए। घटना सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गार्ड फिरोज को पकड़ लिया आैर थाने ले गयी।
इसके विरोध में कर्मचारी निदेशक कार्यालय पहुंच गए आैर अपने साथी को छुड़ाने की मांग करने लगे। घटना से संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. ऋषि कुमार सक्सेना ने बताया कि पूरे मामले की पड़ताल कर रहे हैं कि आखिर गलती किसकी है। उन्होंने गार्डों के हड़ताल की बात पर अनभिज्ञता जाहिर की। वजीरगंज एसओ पंकज सिंह ने बताया कि यदि दोनों पक्ष आपस में समझौता करते हैं तो गार्ड को छोड़ दिया जाएगा, लेकिन गार्डों की हड़ताल के दबाब के आगे किसी तरह मामले में ढिलाई नहीं बरती जाएगी। देर रात अस्पातल प्रशासन के हस्तक्षेप पर स्थिति सामान्य हो पायी।