लखनऊ । किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में पूर्व कुलपति प्रो. रविकांत के कार्यकाल में खरीदे गये लाखों रुपये के लैपटाप फिर विवादों के घेरे में आ गये है। यह लैपटाप ऑन लाइन परीक्षा कराने के लिए खरीदे गये थे जो कि जांच में बिल्कुल मानकों पर खरे नहीं उतरे है। बताया जाता है कि तकनीकी जांच में कई खामियां पायी है, जिसके कारण ऑनलाइन परीक्षा नहीं हो सकती है। इसकी पड़ताल के लिए कमेटी बना दी गयी है। यह प्रस्ताव सोमवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में लिया गया। इसके अलावा विभिन्न विभागों में नियुक्तियों को लेकर चर्चा की गयी।
कार्यपरिषद की बैठक में पूर्व कुलपति प्रो. रविकांत ही छाये रहे।
उनके द्वारा ऑनलाइन परीक्षा के लिए खरीदे गये लगभग 300 लैपटाप को एक सिरे से मानकों पर खरे नहीं उतरे है। बताया जाता है कि तकनीकी कमेटी ने जांच के बाद कहा है कि लैपटाप में मात्र ढाई घंटे के बैकअप है आैर परीक्षा लगभग तीन घंटे की होती है। इसके कारण इस ऑन लाइन परीक्षा मुश्किल है। इसके साथ ही चार्जिग व अन्य दिक्कतें भी आ रही है। इस कारण ऑन लाइन परीक्षा मुश्किल हो सकती है। बैठक में चर्चा की गयी कि फिर क्यों यह लैपटॉप बिना जांच पड़ताल के खरीद लिये गये है।
इसके लिए कमेटी बना दी गयी है वह खरीद के कारणों की जांच करेगी। बताया जाता है कि केजीएमयू प्रशासन अब इन लैपटाप को आई टी सेल के प्रयोग में कर सकती है। इसके अलावा केजीएमयू के विभिन्न विभागों में नियुक्तियों को लेकर चर्चा की गयी।