लखनऊ । राजधानी में सत्ता संभालते ही सरकार की वरियता को पुलिस कानून-व्यवस्था के प्रति बेहद गम्भीर हो गयी है। इलाहाबाद में नेता की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को तलब किया इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए 5 टीमें गठित की गयी हैं। इलाहाबाद में बसपा नेता हत्याकांड मामले में 5 टीमें गठित कर हत्यारों की तलाश में जुटी है। बीते देर रात बसपा नेता मोहम्मद शमी को अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में मुख्यमंत्री ने गम्भीरता से लिया। इसके बाद तत्तकाल एडीजी लॉ एंड आर्डर दलजीत चौधरी ने कडायी के साथ जांच व टीमें गठित करने के आदेश दिये। श्री चौधरी ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 5 टीमें बनाकर हत्यारों को दबोचने के लिए तलाश जारी है।
अहम बात यह है कि समाजवादी पार्टी छोडकर विधानसभा चुनाव से पहले वह बसपा में शामिल हुये मोहम्मद शमी की बीते दिनों देर रात में दो बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या करी दी थी। मृतक को 5 गोली मारी गयी थी। समी की मौके पर ही दम तोड दिया था। इसमें प्रथम दृष्टया मामले में चुनावी रंजिश की भूमिका दिखयी पड रही है। समी चुनाव से पहले से पहले सपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गये थे। इसे सपा के लिए एक बडा झटके के तौर पर देखा गया था। इस हत्या को यूपी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
थाने में किसी प्रकार का दबाव व भेद-भाव के बिना दर्ज करें रिपोर्ट –
राजधानी में मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी ने प्रदेश में अपराधों के नियंत्रण के साथ-साथ शांति एवं व्यवस्था को हर हाल में सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुये इसे राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिये है कि आम लोगों को सुरक्षा की भावना व जनता के प्रति पुलिस संवेदनशील बने। उन्होंने कहा है कि जनता के प्रति समर्पित वर्तमान सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए कार्य करेगी और इसके लिए शासन-प्रशासन को संवेदनशील और जवाबदेह बनाया जायेगा। प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा एवं डीजीपी सैय्यद जावीद अहमद द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशों की जानकारी सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेसिंक के माध्यम से दी गयी।
प्रमुख सचिव गृह ने एडीजी कानून-व्यवस्था को निर्देशित किया है कि वह पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण के लिए की गयी कार्रवाई के लिए जिलों से एक निर्धारित प्रारूप पर सूचनाएं मंगाना सुनिश्चित करें। साथ ही गुंडो, माफियाओं एवं अपराधियों की सूची बनाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये तथा इस कार्य की नियमित समीक्षा भी हो। उन्होंने पुलिस अभिरक्षा में मृत्यु की घटनाओं पर वरिष्ठ अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। यह भी निर्देश दिये गये है कि प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द हर हालत में सुनिश्चित किया जाये। सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।
उन्होंने लापरवाही पर भी सख्त कार्रवाई की जायेगी। महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर विशेषकर छेडखानी एवं चेन स्नेचिंग को सख्ती से रोका जाये और इसके लिए यूपी-100 की गाड़ियों की सहायता भी ली जाये। गौकशी की घटजाओं पर सख्ती से रोक लगायी जाये। गौकशी की घटनाओं पर सख्ती से रोक लगायी जाये और ऐसी घटनाएं प्रकाश में आने पर थानाध्यक्ष के साथ सीओकी जिम्मेदारी सुनिश्चित की जायेगी। जघंय अपराधों को रोकने में विफल रहने पर थानाध्यक्ष सहित अन्य वरिष्ठ जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
लम्बित विवेचनाओं को विशेष अभियान चलाकर निस्तारित किये जाने के भी निर्देश दिये गये है। बैठक में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, एवं कमल सक्सेना के अलावा डीजी रेलवे गोपाल गुप्ता, एडीजी दलजीत सिंह चौधरी आदि पुलिस के अधिकारी गण मौजूद थे।