चाकलेट के बारे में सब जानते है आपसी रिश्ते में मिठास लाने का काम करती है। यह भी दावा किया जाता है कि इसे सेक्स फूड भी कहा जाता है , पर क्यो कहा जाता है कि इसके बारे में हम बताते है। दर असल गहरे रंग के चाकलेट में ट्रिप्टोफेन फेनाइलालैनिन और थाइरोसिन नामक एमिनो एसिड्स अत्यधिक मात्रा में होता है। नाइट्रोजन से भरपूर ये कम्पाउडस भी अन्य एमिनो एसिड्स के समान ही शरीर के प्रोटीन्स अंश के लिए महत्वपूर्ण है।
इनमें एक अनोखा गुण और होता है। जब आप तनाव ग्रस्त होते है तब यही हार्मोन आपको एक्शन के लिए तैयार करता है। इसमें डोपामाइन नामक न्यूरो ट्रांसमीटर दिमाग नर्व कोशिकाओं को सिग्नल भेजने का का करता है। वैज्ञानिको दावा है डोपामाइन सैक्स भावना को बढाता है। और खास बात यह है कि चाकलेट लिंग में तनाव को बढाता है। यह लिंग के अदरुनी परत की धमनियों को चौडा करने में मदद करता है।
शारीरिक सेक्स सक्रियता को बढाने मे गहरे रंग का चाकलेट असरकारक था –
इस बारे ग्रीक और स्विस शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया इसमे 17 स्वस्थ्य पुरुषों को जब 100 ग्राम गहरे रंग का चाकलेट खाने को दिया गया। तो उनके लिंग की धमनियों यानी इंडोथैलियल फंक्शन में सुधार होने लगा। यानी शारीरिक सेक्स सक्रियता को बढाने मे गहरे रंग का चाकलेट असरकारक था। इनमें कोक की मात्रा 70 से 80 फीसदी थी। शोध में यह भी साबित हुआ कि सफेद व मिल्क चाकलेट नाकाम साबित होते है।











