37 फीसदी लोग टूथब्रश और टूथपेस्ट का इस्तेमाल नहीं करते हैं

0
725

लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में जन जागरण अभियान मुख स्वच्छता दिवस मनाया गया, यहां पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि स्वच्छता हमारे मुख के साथ साथ हमारे दिनचर्या में शामिल होना चाहिए । कार्यक्रम में कुलपति एमएलबी भट्ट समेत डाक्टर और मेडिकल छात्र समेत स्वास्थ्य से जुड़े लोग शामिल हुए।

Advertisement

मुख्य अतिथि डॉ शर्मा ने कहा कि खुद को तंदुरुस्त और स्वस्थ रखने का प्राथमिक फॉर्मूला है कि आप अपने शरीर समेत अपने आस-पास स्वच्छता का संपूर्ण ख्याल रखें। उन्होंने कि जब तक हम शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को स्वच्छ और स्वस्थ ना रखें। तब तक हम संपूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हो सकते। डा. शर्मा ने कहा कि सिर्फ एक अगस्त को ही मुख स्वच्छता दिवस नहीँ बल्कि आज चिकित्सकों के द्वारा बताए गए उपायों को अपनाकर हर दिन मुख स्वच्छता दिवस मना सकते हैं इस अवसर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि मुख की बीमारी और मुख से निकले शब्दों की बीमारी दोनों बेहद खतरनाक होती हैं। अगर अच्छे शब्द मुख से निकलें तो वह प्रेम भी स्थापित कर सकता है और अगर गलत शब्द मुख से निकलें तो विनाश की ओर भी ले जा सकता है।

उन्होंने मुख के लिए गुटखा और तंबाकू पदार्थो को सबसे घातक बताते हुए मुख की सफाई एवं किसी भी प्रकार की समस्या होने पर विशेषज्ञों से जांच कराने पर जोर दिया। उन्होंने केजीएमयू के चिकित्सकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इतने कम वेतन में इतने अधिक मरीजों की सेवा करने का कार्य सिर्फ यहां के चिकित्सकों में ही देखने को मिलता है। किसी भी चिकित्सक के लिए सेवा भाव प्राथमिकता होनी चाहिए ने कि लाभ भाव इस बात को यहां के चिकित्सकों ने साबित किया है।

दंत संकाय डॉ. शादाब मोहम्मद ने मुख स्वच्छता के बारे में बताया कि मुख को स्वस्थ रखने से पूरा शरीर स्वस्थ रहता है। मुख के स्वच्छ न रहने से तमाम बीमारियां हो सकती हैं, जैसे निमोनिया, कार्डियक रोग आदि। उन्होंने सुबह और रात को खाने के बाद ब्राश जरूर करने की सलाह दी।

पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग के डॉ. पवित्र रस्तोगी ने कहा अगर मुख स्वच्छ नहीं होगा तो शरीर के स्वस्थ रहने की संभावना काफी कम हो जाती है। उन्होंने नेशनल ओरल सर्वे का हवाला देते हुए बताया कि देश में केवल 63 फीसदी लोग ही टूथब्राश और टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं। मतलब 37 फीसदी लोग टूथब्राश और टूथपेस्ट का इस्तेमाल नहीं करते है और कोई न कोई अन्य माध्यम का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने बताया कि तीस फीसदी से कम लोग ही नियमित जांच के लिए डेंटिस्ट के पास जाते है और 70 फीसदी लोग किसी न किसी प्रकार के दांत की समस्या से पीड़ित हैं।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री जी के द्वारा विभाग के कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसएन शंखवार, डॉ. अंजनी पाठक समेत तमाम चिकित्सक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleआराम फरमा रहे बंदी को जेल भेजने का निर्देश
Next articleओल्ड ओपीडी में गायब रही चार घंटे बिजली

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here