10 में से सिर्फ चार शिशुओं को ही मिल पाता है छह माह तक मॉ का दूध

0
655

लखनऊ – मॉ का दूध शिशु का सर्वोत्तम आहार है और यह शिशु का मौलिक अधिकार भी है, लेकिन कई सामाजिक भ्रमों के कारण प्रदेश में शिशुओं को मॉ का दूध प्राप्त होने का प्रतिशत बहुत कम है। 10 में से 04 शिशुओं को ही छह माह तक मॉ का दूध प्राप्त हो पाता है। आज जबकि प्रसव अस्पतालों में हो रहे हैं तब भी एक चैथाई बच्चे जन्म के पहले घंटे में मॉ का पहला दूध प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं। यह जानकारी देते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महाप्रबंधक बाल स्वास्थ्य डा. वेद प्रकाश ने बताया कि जन्म के पहले घंटे में शिशु को स्तनपान कराने का राष्ट्रीय स्तर पर आंकड़ा 41.6 प्रतिशत है ।

Advertisement

महाप्रबन्धक बाल स्वास्थ्य ने बताया कि कई बार मॉ का पहला दूध गंदा होता है, शिशु का स्वागत शहद-गुड़-चीनी से करना चाहिए, मॉ के दूध से ही शिशु का पेट नहीं भर पायेगा जैसी अनेक सामाजिक भ्रम के कारण शिशुओं को मॉ का दूध प्राप्त नहीं हो पाता है। उन्होंने बताया कि स्तनपान केवल माता की जिम्मेदारी नहीं है। परिवार, समुदाय, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और नियोक्ता को एक साथ मिलकर सहयोग देने की जरूरत है। उन्होंने कहा स्तनपान के व्यवहार को बढ़ावा देने की जरूरत है, इसके लिए कार्यस्थल, सार्वजनिक स्थलों, पर माताओं के लिए स्तनपान कराने के स्थलों को बनाना चाहिए और इसे एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleहड़ताल के दूसरे दिन लोहिया संस्थान व केजीएमयू में उमड़ी भीड़
Next articleबैक्टीरियल संक्रमण की चपेट में हो गयी थी रेप पीडि़ता

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here