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News – प्रदेश योगासन खेल संघ एवं इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन के सयुंक्त तत्वाधान से आयोजित राष्ट्रीय व्याख्यान माला भाग 2 के पंचम दिवस पर उत्तराखंड INO की अध्यक्ष व SGRR विश्वविद्यालय देहरादून की (योग विभाग) विभागाध्यक्षडॉ. सरस्वती काला ने यह भी बताया कि नियमित सिलेक्टिव योगाभ्यास करने से नॉर्मल डिलीवरी संभव है क्योंकि आज से 20 साल पहले सामान्य प्रसव ही हुआ करते थे ,लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सिजेरियन डिलीवरी आम हो गई है समान्य प्रसव कराने के लिए हमें सिलेक्टिव योग और प्राणायाम का अभ्यास करना होगा जैसे कि माजरी आसन (कैट एंड काऊ),तितली आसन (बटरफ्लाई ) सेतुबंधासन नाड़ी शोधन प्राणायाम,अनुलोम विलोम प्राणायाम,भ्रामरी प्राणायाम, ओम का उच्चारण आदि सामान्य प्रसव कराने में बहुत ही लाभकारी है
डॉ. सरस्वती काला ने बताया कि कटि स्नान महिलाओं के लिए बहुत ही उपयोगी है कटि स्नान करने से महिलाओं के जनन अंग से संबंधित सभी प्रकार की बीमारियां ठीक हो जाती हैं।महिलाओं में पीसीओडी,पीसीओएस,सिस्ट, फेलोपियन ट्यूब में गांठ आदि बीमारियां कटि स्नान से खत्म हो जाती हैं,कटि स्नान करने के लिए एक बड़े टब में हल्का गुनगुना पानी रखकर कमर का भाग उसमें डूबा देना है और सिर पर ठंडे पानी से गीला कपड़ा रख देते हैं तथा पैरों को किसी लकड़ी के पट्टे पर रखते हैं यह यह प्रक्रिया लगभग 20 मिनट करनी है,इस स्नान को करने से कमर के नीचे के सभी रोग ठीक हो जाते हैं