जानिए, बच्चों में इस कारण बढ़ रही कई प्रकार की एलर्जी

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केजीएमयू में राष्ट्रीय एलर्जी अपडेट कार्यक्रम

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लखनऊ।बढ़ते हुए वायु प्रदूषण, मोबाइल और कंप्यूटर का स्क्रीन टाइम एवं फास्ट फूड के कारण बच्चों में एक नहीं कई प्रकार की एलर्जी पैदा हो रही हैं। यह बात रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग प्रमुख डॉक्टर सूर्यकान्त ने किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग ने कलाम सेंटर में आयोजित राष्ट्रीय एलर्जी अपडेट में कही। इस राष्ट्रीय एलर्जी अपडेट के अयोजन में देश के ख्याति प्राप्त एलर्जी विशेषज्ञों द्वार एलर्जी के विभिन्न आयामों पर चर्चा की गई।
डा. सूर्यकांत ने कहा कि बदलती जीवन शैली भी बच्चों में एलर्जी को बढ़ा रही है।

बच्चा जब जन्म लेता है तो सबसे पहले वह डायपर पहनता है और कुछ बच्चों को डायपर से एलर्जी हो जाती है यह त्वचा एलर्जी है। जब बच्चा और बड़ा होकर भोजन ग्रहण करता है तो उसको ग्लूटेन एलर्जी हो जाती है, इसे हम फूड एलर्जी भी कहते हैं। इसके बाद तीसरा एलर्जी मार्च होता है जब एलर्जी के प्रति संवेदनशील बच्चा नाक की एलर्जी से ग्रसित हो जाता है जिसमें नाक से पानी, नाक में खुजली नाक बंद होना जैसे लक्षण होना शामिल हैं। हर तीसरे नाक की एलर्जी वाले बच्चे में एक उम्र के बाद अस्थमा हो जाता है, जिसमें बच्चे की सांस फूलने लगती है सीने में जकडन होती है और चलने में या व्यायाम करने में सांस का दौरा पड़ जाता है। उन्होंने बताया कि जब एक बच्चे में आगे चल कर कई एलर्जी की समस्याएं होती हैं इसको एलर्जी मार्च कहते हैं। डॉ. सूर्यकान्त ने बताया कि ऐसे बच्चे जिनमें किसी भी एलर्जी के लक्षण देखें तो एलर्जी रोग विशेष को दिखाना चाहिए।

इस कार्यक्रम में इंडियन जर्नल ऑफ एलर्जी अस्थमा एंड इम्यूनोलॉजी का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया। डॉ. मधुसूदन अग्निहोत्री तथा अन्य एलर्जी विशेषज्ञ डाक्टर जफर जमील की स्मृति में ऑरेशन अवॉर्ड भी प्रदान किए गए। नेशनल एलर्जी अपडेट में इंडियन कॉलेज ऑफ एलर्जी एवं अस्थमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुरेश कूलवाल तथा पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ वी के जैन को ऑरेशन अवार्ड प्रदान किया गया। कार्यक्रम में डॉ अजय कुमार वर्मा ने अस्थमा में फंगल एलर्जी तथा डॉक्टर ज्योति बाजपेई ने गम्भीर अस्थमा पर व्याख्यान दिए।

कार्यक्रम के सहसचिव डॉक्टर ज्योति बाजपेई, डॉक्टर के बी गुप्ता, डॉ. दर्शन बजाज, डा. आनंद श्रीवास्तव,डा. वेद प्रकाश, डा. ए के सिंह, डा. रचित शर्मा, डा. हेमंत कुमार, डा. राहुल श्रीवास्तव,डा. आमिर,डा. डी के वर्मा, डा. रोहित पाठक समेत शहर के अन्य चिकित्सक व जूनियर डॉक्टर्स भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

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