लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय कर्मचारी परिषद ने न्यूरो सर्जरी वार्ड में तैनात कर्मचारी की बर्खास्तगी को लेकर शुक्रवार को कुलसचिव कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। कर्मचारी परिषद का आरोप था कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री के दबाव में कर्मचारी का बर्खास्तगी कई महीनों बाद किया गया है जबकि जांच में ऐसी कोई पुष्टि नहीं होती है। कर्मचारी परिषद द्वारा घेराव की सूचना पाकर कुलपति व कुलसचिव कार्यालय ने परिषद के अधिकारियों से वार्ता करने की। वार्ता में कुलपति ने आश्वस्त किया कि वह खुद जांच करेंगे और किसी भी कर्मचारी पर बिना साक्ष्यों कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी। कुलपति के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कैंसिल कर दिया।
कर्मचारी परिषद द्वारा घेराव की चेतावनी पर कुलपति ,कुलसचिव एवं कुलपति कार्यालय द्वारा प्रातःकाल से ही कर्मचारी परिषद से वार्ता हेतु दूरभाष के माध्यम से प्रयास किया जा रहा था,जिसके क्रम में सुबह 10 बजे मा कुलपति, चीफ प्रॉक्टर,सी एम एस, एम एस एवं कर्मचारी परिषद के पदाधिकारियों के बीच मैराथन वार्ता शुरू हुई,जिसमे नीरज कुमार गोंड पर की गई कार्यवाही से विस्तारपूर्वक तथ्यों से अवगत कराया एवं पुनः कुलपति का उक्त प्रक्रम पर हस्तक्षेप करने का दवाब बनाया। अन्ततः कुलपति द्वारा यह आश्वस्त किया गया कि उक्त प्रकरण की पुनः कुलपति की अध्यक्षता में उनके खुद के द्वारा जांच की जाएगी।एवं साथ ही साथ आश्वस्त किया कि भविष्य में किसी भी कर्मचारी पर बिना सम्पूर्ण साक्ष्यों के ऐसी कार्यवाही नही की जाएगी।