लखनऊ । राजधानी में योग दिवस के आयोजन में ड्रोन कैमरे को सुरक्षा की दृष्टिकोण से लगाया जाता है चाहे वह दंगा हो या शांति मार्च, सुरक्षा की पूर्व तैयारी हो या अन्य कोई बड़ा आयोजन इन सभी जगहों पर सुरक्षा के मद्देनजर ड्रोन कैमरे तैनात किये जाते हैं और इनसे मदद ली जाती है। लेकिन प्रधानमंत्री के योगदिवस कार्यक्रम के मौके पर सुरक्षा ड्रोन कैमरो से नहीं की जाएगी। हलांकि इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। चप्पे-चप्पे पर 400 सीसीटीवी कैमरे, एसपीजी स्नाइपर्स और एटीएस के कमांडो और भारी संखया में तैनात की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पीएम मोदी राजधानी में होंगे। इस दौरान वह रमाबाई अम्बेडकर मैदान में 51 हजार लोगों के साथ योग करेंगे। सुरक्षा की कमान संभाल रहे एडीजी लखनऊ जोन अभय कुमार प्रसाद ने बताया कि हर तरह से अभेद्य किला बनाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा ड्रोन कैमरों का प्रयोग नहीं होगा। क्योंकि जहां पर पीएम होते हैं उसे नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया जाता है। ड्रोन कैमरे उड़ाने के लिए एयर फोर्स की अनुमति लेनी होती है। लेकिन हमारे पास अनुमति ना होने के कारण इसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है।
सुरक्षा के मद्देनजर 26 एसपी, 52 एएसपी, 137 डीएसपी, 224 इंस्पेक्टर, 995 सब इंस्पेक्टर, 162 महिला सब इंस्पेक्टर, दो हजार हेड कॉन्सटेबल, चार हजार कॉन्सटेबल के साथ अन्य फोर्स भी तैनात रहेगी। इसमें 10 कम्पनी सीपीएमएफ और 25 कम्पनी पीएसी शामिल है इतना ही नहीं यातायात, फायर और अन्य सुरक्षा बल भी मौके पर मौजूद रहेंगे। इन जवानों को रमाबाई अम्बेडकर मैदान के आसपास और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया जायेगा।
ध्यान रहे कि बीते वर्ष ऐशबाग की ऐतिहासिक रामलीला मैदान में दशहरा के अवसर पर प्रधानमंत्री राजधानी आये हुए थे। उस दौरान कार्यक्रम स्थल के पास ही छोटा धमाका हुआ था। यह खुलासा तब हुआ जब बीते महीने एटीएस ने प्रदेश भर से आईएस आतंकियों को गिरफ्तार किया था। खुरासान माड्यूल के एक आतंकी ने इस धमाके की बात कबूली थी।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे नहीं लगाये जाएंगे। क्योंकि जहां पर पीएम का कार्यक्रम होता है वह नो फ्लाई जोन होता है। ड्रोन कैमरे के लिए हमें वायुसेना से अनुमति लेनी पड़ेगी जो इतनी जल्दी संभव नहीं है। एनएसजी- एटीएस के कमांडो सीपीएमएफ सहित पर्याप्त जवान लगाये गये हैं। हलांकि सर्वोच्च सुरक्षा प्रबंध किये गये हैं इसलिए ड्रोन की जरूरत भी नहीं है। अभय कुमार प्रसाद एडीजी लखनऊ जोन।