रामलला ने तोड़े पुराने रिकार्ड, 25 लाख श्रद्धालु पहुंचे अयोध्या

0
160

*- 26 जनवरी से भरी हुई है अयोध्या, सभी पथ श्रद्धालुओं से खचाखच*

Advertisement

*- बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रामलला व हनुमानगढ़ी में किया दर्शन*

*- योगी सरकार की अयोध्या पर सीधी नजर, जिला प्रशासन मुस्तैद*

न्यूज । गंगा बड़ी न गोदावरी, तीरथ बड़ौ न प्रयाग, सबसे बड़ी अयोध्या नगरी, जहां राम लियो अवतार।” इसी प्रचलित कहावत के मायनों को श्रद्धालुओं ने सिद्ध कर दिया है। गणतंत्र दिवस पर श्रद्धालुओं का अयोध्या में ऐसा रेला उमड़ा की हर कोई अचंभित रह गया। रामलला ने अपने पुराने रिकॉर्डों को तोड़ दिया। लाखों की संख्या में लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। जानकारी के मुताबिक पिछले 30 घंटे में लगभग 25 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन को पहुंच चुके हैं। इसमें बड़ी संख्या में अभी भी श्रद्धालुओं के आने का क्रम जारी है। श्रद्धालु रामलला और हनुमानगढ़ी मंदिर की तरफ ही रुख कर रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि आने वाली अमावस्या, बसंत पंचमी पर्व तक अयोध्या श्रद्धालुओं से खचाखच भरी रहेगी।

प्रयागराज के महाकुम्भ को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में पहले ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई थी। इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया था की अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की तकलीफ नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए जिला प्रशासन लगातर नजर बनाए हुए है। भीड़ प्रबंधन को लेकर मण्डलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार व जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह, मैहर लगातर मेला क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। राम मंदिर में बैठक कर भीड़ के प्रबंधन का भी इंतजाम कर रहे है.

*सारे रास्ते फुल, गलियों में लगा जाम*
राम मंदिर को देखते हुए सरकार ने अयोध्या में सड़कों का चौड़ीकरण कराया। दिल्ली के कर्तव्य पथ की तरह अयोध्या में करोड़ों की लागत से रामपथ का निर्माण कराया गया, लेकिन संभावना से परे भीड़ पहुंचने के बाद रामपथ भी फुल हो गया। इसके अलावा राममंदिर को जाने वाला मार्ग जन्मभूमि पथ व हनुमानगढ़ी को जाने वाला भक्तिपथ और धर्मपथ पर श्रद्धालुओं का रेला उमड़ता जा रहा है। अयोध्या की सभी गालियां श्रद्धालुओं से पटी पड़ी हैं।

*रामलला के वास्ते, खुल गए रास्ते*
राम मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रस्ट ने अंगद टीला से श्रद्धालुओं के निकास की व्यवस्था की थी, लेकिन भीड़ अप्रत्याशित होता देख तीन नम्बर गेट से भी निकासी का रास्ता खोल दिया गया है। हनुमानगढ़ी पर डेढ़ किमी लगी लंबी लाइन को देखते हुए नई लेन तैयार की गई है।

*ठहरने के भी किये गए हैं उत्तम प्रबंध*
भीड़ प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की पहल से की गई कसरत काफी काम आ रहा है। बड़े वाहनों को मौनी अमावस्या को देखते हुए डायवर्जन किया जाना है। हालांकि अभी से अयोधया में वाहनों का प्रवेश बंद करा दिया गया है। ठहरने के लिए आश्रय स्थलों में 20 हजार लोगों के लिए व्यवस्था है। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि सभी पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। चौक-चौराहों पर श्रद्धालुओं के स्वागत को सजावट भी कराई गई है।

Previous articlePGI हेल्थवाक: मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए पैदल चलना महत्वपूर्ण
Next articleमौनी अमावस्या के लिए तैयार स्वास्थ्य महकमा: ब्रजेश पाठक

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here