लखनऊ। अगर एक्सीडेंट के बाद घायल को खाद्य पदार्थो में टेस्ट नहीं मिल रहा है या उसमें कमी लग रही है तो सावधान हो जाना चाहिए। सर्जन के पास जाकर परामर्श लेकर इलाज करें। समय पर इलाज से दिक्कत ठीक हो सकती है। यह बात केजीएमयू ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग के डॉ. अमिय अग्रवाल ने शनिवार को शताब्दी-2 के प्रेक्षागृह में एसोसिएशन ऑफ ट्रॉमा एंड ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जन्स की तरफ से कान्फ्रेंस दी।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि एक्सीडंेट में अक्सर फेज व माउथ में इंजरी में हो जाती हैं। इलाज के बाद मरीज इंजरी सही हो जाए, लेकिन खान पान में टेस्ट गायब होए। दरअसल में स्वाद ग्रंथियों में चोट की वजह से यह दिक्कत होने लगती है। समय पर मैक्लिोफेशियल सर्जन के परामर्श से इसका इलाज हो जाता है।
मैक्लिोफेशियल विभाग प्रमुख डॉ. यूएस पाल ने कहा कि कई बार इंजरी के मरीज में सुन्नपन की दिक्कत आ जाती है। समय पर इसका इलाज भी सम्भव है। आंख के चारों तरफ इंजरी होने पर मरीज को हर चीज दो-दो नजर आने लगती हैं। इस परेशानी में इलाज में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि ऐसे मरीजों के इलाज के लिए कई विभागों के डॉक्टरों में समन्वय आवश्यक हो जाता है। साथ विशेषज्ञों के सहयोग से मरीज को दिक्कतों से मुक्ति दिलायी जा सकती है।










