महिलाओं को शिक्षा, सेहत व रोजगार का पाठ पढ़ा रहीं हैं ममता

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लखनऊ। मिशन शक्ति के तहत राजधानी के फैजुलागंज की ममता त्रिपाठी अपने आस-पास के क्षेत्र की महिलाओं को स्‍वच्‍छता का पाठ पढ़ाने के साथ ही उनको आत्‍मनिर्भर बनाने का काम कर रहीं हैं। प्रदेश में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के इस वृहद अभियान में ज्‍यादा से ज्‍यादा महिलाओं को जोड़ने के लिए एक ओर सरकारी व गैर सरकार संस्‍थाएं काम कर रही हैं तो वहीं समाजसेवी महिलाओं ने अपने अधिकारों से वंचित महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की कमान थाम रखी है। लखनऊ की ममता त्रिपाठी पिछले दस सालों से महिलाओं के हित और उनके हक की आवाज को बुलंद कर रहीं हैं।
बाल महिला सेवा संगठन का गठन साल 2016 में करने के बाद इस संस्‍था से लगभग 500 महिलाओं को जोड़कर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बेटियों व महिलाओं को कानूनी अधिकारों समेत सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दे रहीं हैं। ममता कहती हैं कि मिशन शक्ति अभियान से महिलाओं में आत्‍मविश्‍वास का संचार हुआ है। धरा शक्ति को उनके भीतर की शक्ति का अहसास इस मिशन शक्ति अभियान ने कराया है। महिलाओं और बेटियों को सुरक्षा, स्‍वावलंबन व सम्‍मान से जुड़े मुद्दों पर सजग करने का काम भी इस अभियान के तहत बखूबी किया जा रहा है। मेरा मानना है कि योगी सरकार के इस मिशन शक्ति अभियान से दूसरे प्रदेशों को भी सीख लेनी चाहिए। इस अभियान को प्रेरणा बनाकर महिलाओं व बेटियों के उत्‍थान के लिए देश भर में ऐसे अभियानों को चलाया जाना चाहिए।

महिलाओं को बनाया स्‍वावलंबी, निशुल्‍क बांटे 12,000 मास्‍क
ग्रामीण व शहरी महिलाओं को स्‍वावलंबी बनाने के उद्देश्‍य से ममता ने अपनी टीम के सहयोग से कोरोना काल में 500 जरूरतमंद महिलाओं को मास्‍क बनाने की ट्रेनिंग दी। संस्‍था द्वारा मास्‍क तैयार करने वाली महिलाओं को प्रति मास्‍क की दर से भुगतान किया जा रहा है। इसके साथ ही कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों को अब तक लगभग 12,000 मास्‍क का निशुल्‍क वितरण किया जा चुका है। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग का सहयोग करते हुए उनकी टीम ने अपने क्षेत्र में कोरोना जांच के लिए 19 कैंप लगाए और महिलाओं के साथ मिलकर पूरे इलाके का सैनिटाइजेशन करा चुकीं हैं।

स्‍वच्‍छता का पाठ पढ़ा रहीं हैं ममता
मलिन बस्तियों के लोगों को अपनी संस्‍था के जरिए स्‍वच्‍छता का पाठ पढ़ाते हुए उनको स्‍वच्‍छता के लिए जागरूक करने का भी काम कर रहीं हैं। ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को खुले में शौच करने से होने वाली बीमारियों के प्रति सचेत कर रहीं हैं। स्‍वच्‍छता व सेहत से जुड़े मुद्दों के तहत क्षेत्र में लोगों को संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए उनको जानकारियां भी दे रही हैं। इस अभियान के तहत ममता त्रिपाठी पूरे फैजुल्लागंज क्षेत्र में लगातार एन्टीलार्वा छिड़काव व फागिंग का कार्य निजी संसाधनों से स्‍वयं कर रहीं हैं। डेंगू से बचाव के लिए दर्जनों टीमों का गठन कर घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहीं हैं। इस अभियान से अब तक 4,000 से अधिक लोग उनके साथ जुड़ चुके हैं। सार्वजनिक स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उनको महापौर संयुक्ता भाटिया और बृजेश पाठक द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

200 बच्‍चों को दे रहीं निशुल्‍क शिक्षा
अपने क्षेत्र के गरीब व जरूरतमंद 200 बच्‍चों को निशुल्‍क शिक्षा देने वाली ममता ने पिछले साल बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत लगभग 20 बेटियों का दाखिला प्राथमिक स्‍कूलों में करा उनको शिक्षा की मुख्‍यधारा से जोड़ा है।

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