केजीएमयू में सोशल मीडिया के प्रयोग पर बैन

0
798

लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन के नये फरमान पर सभी डॉक्टरों व कर्मचारी सकते में है। इस फरमान में ऑन ड्यूटी में सोशल मीडिया के प्रयोग पर सख्ती से रोक लगाते हुए, आदेश में कहा गया कि डॉक्टर व कर्मचारी अनावश्यक रूप से व्हाट्सएप, फेसबुक व ट्यूटर का इस्तेमाल करते पकड़े जाएंगे उस पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। केजीएमयू के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीके ओझा ने दो जुलाई को आदेश जारी कर दिया है।
केजीएमयू के क्लीनिकल आंकड़ों को देखा जाए तो यहां पर 4000 बिस्तर पर 450 डॉक्टर मौजूद है। इनके इलाज के लिए लगभग 1000 रेजीडेंट तैनात हैं। यहीं पर लगभग 10 हजार पैरामेडिकल स्टाफ व कर्मचारी काम रहे हैं। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीके ओझा ने फरमान जारी किया है कि सभी विभागाध्यक्ष, मेडिकल व दंत संकाय, ट्रॉमा सेंटर समेत दूसरे अधिकारियों को आदेश भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि डॉक्टर व कर्मचारी ड्यूटी समय में अनावश्यक रूप से मोबाइल पर सोशल मीडिया का प्रयोग करते हुए पाया गया है।

Advertisement

सोशल मीडिया पर व्यस्त रहने से काफी समय गुजर जाता है आैर प्रयोग करने वाले को इसका अंदाजा भी नही हो पाता है। इस कारण भी मरीजों का इलाज प्रभावित होता है। मरीज इलाज के इंतजार में घंटों बैठे रहते हैं। बताया जाता है कि वार्ड में ज्यादातर नर्सिंग स्टाफ भी बेधड़क सोशल साइट का प्रयोग करने में व्यस्त रहती है। सभी विभागाध्यक्षों से कहा गया है कि डॉक्टर व कर्मचारियों को सोशल मीडिया के प्रयोग पर तत्काल रोक लगाने के साथ ही इसकी निगरानी करें।
अधीक्षक का आदेश मिलने पर डॉक्टर व कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। डॉक्टरों ने इसे तुगलकी फरमान बताते हुए आरोप लगाया है कि डॉक्टरों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। यह आदेश अब केजीएमयू में अभिव्यक्ति की आजादी पर भी रोक लगाता है। डॉक्टरों का कहना है कि काम के वक्त यदि कोई मोबाइल व सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहा है तो उस पर रोक लगायी जाए। अगर खाली समंय में यदि कोई मोबाइल पर आवश्यक काम कर रहा है तो उस पर रोक नहीं लगाई जा सकती हैल क्योंकि मौजूदा समय में ज्यादातर महत्वपूर्ण मैसेज व जानकारी व्हाट्सएप पर ही होते हैं।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleकनाडा की तर्ज पर अपडेट होगा केजीएमयू का पीआईसीयू
Next articleएसएसपी ने गौतमपल्ली थाना का औचक निरीक्षण

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here