लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के गैस्ट्रो एंड्रोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने जटिल सर्जरी कर पीड़िता बच्ची को नया जीवन दिया। डाक्टरों के दल ने एक साथ चार जटिल सर्जरी विभागाध्यक्ष के नेतृत्व में लगभग दस घंटे तक चली। सोमवार को मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। दावा है कि विभाग प्रमुख डॉ अभिजीत चंद्रा इस तरह की सर्जरी करने वाले विश्व में इकलौते विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। सोमवार को एक कोशिश ऐसी भी और पॉल मरसी होम के सदस्यों ने प्रोफेसर अभिजीत चंद्र एवं उनकी टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया।

मेरठ निवासी मानसिक रूप से मंदित सात साल की मासूम बच्ची के साथ वर्ष 2014 में दुष्कर्म हुआ था। स्थानीय अस्पतालों में इलाज कराया। कोई राहत नहीं मिली। 24 अप्रैल 2022 मेरठ चाइल्डलाइन पॉल मर्सी होम के सदस्य बच्ची को गंभीर अवस्था में लेकर लोक बंधु अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्ची को केजीएमयू रेफर कर दिया। डाक्टरों ने जांच में पाया कि बच्ची को आंतरिक अंगों में जख्म हो गए थे। कुछ भी खाते-पीते ही मल या मूत्र त्याग देती थी। पहले पेट का सर्जरी हुआ था। सर्जरी के बाद पीड़िता बच्ची की तबीयत और बिगड़ गयी। पेट में घाव से लगातार मल मूत्र का रिसाव हो रहा था। बच्ची बार-बार पेट संबंधी संक्रमण से भी जूझ रही थी।
गेस्ट्रो सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. अभिजीत चन्द्रा के निर्देशन में बच्ची का इलाज शुरू हुआ। डॉक्टरों ने जांचें करायी। करीब एक महीने अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया। इसके बाद डॉक्टरों ने बच्ची का सर्जरी करने का फैसला किया। डॉ. अभिजीत चन्द्रा ने बताया कि चार सर्जरी एक साथ की गयी। इसमें करीब दस घंटे लगे। उन्होंने बताया कि एंडोस्कोप तकनीक से सर्जरी की गयी। सर्जरी के बाद बच्ची की तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है। अब वह अच्छी प्रतिक्रिया दे रही है। खाने के स्वाद को समझने लगी है। खाना खाने के बाद अपनी थाली रखती है। मुस्कुराकर आंखों से अपनी बात को जताने का प्रयास करती है। एक कोशिश ऐसी भी संगठन की चेयरमैन वर्षा वर्मा, टीम मेघना सोनी, पॉल मरसी होम ओमाना कुटन, आशा ज्योति केंद्र की अर्चना सिंह ने इलाज में सहयोग किया।











