लखनऊ। राजधानी लखनऊ में कोविड-19 संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को 446 लोगों में संक्रमण पाया गया। यह संक्रमण की संख्या उसी स्थिति में है जबकि होली के दिन जांच कराने वालों की संख्या नहीं के बराबर थे। फिलहाल अगर देखा जाए तो स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 से चार लोगों की मौत भी है, फिलहाल स्वास्थ्य विभाग तेजी से आरटी पीसीआर जांच कराने के लिए विदेश दे रहा है। इसके साथ ही कंटोनमेंट जून में सख्ती बरती जाने का निर्देश भी दिया गया है। कहीं भी किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं किए जाने के निर्देश हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना हैकि होली के बाद संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ सकता है। क्योंकि होली में लगातार लापरवाही बढ़ती गई है, स्वास्थ विभाग के जागरूक करने के बावजूद भी लोग होली में बिना मास्क के टहलते घूमते रहे और होली पर्व पर गले मिलते रहे। जबकि लोगों को जागरूक किया गया था कि गले मिलने की बजाए हाथ जोड़कर प्रणाम करके एक दूसरे का अभिवादन करें ताकि कहीं अगर संक्रमण हो तो उसके सीधे संपर्क में नहीं आए। उधर आज वित्त विभाग में भी अधिकारी सहित कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए।
इनमें विशेष सचिव ओपी द्विवेदी सहित दर्जनों सचिवालय कर्मी आये कोरोना की चपेट में
वित्त विभाग का अनुभाग E –11 सबसे ज़्यादा प्रभावित बताया जाता है। इसी सेक्शन से जारी होता है गृह और समाज कल्याण का बजट
वित्त विभाग पर साल के अंत मे 31 मार्च से पहले पहले स्वीकृतियां जारी करने का भारी दबाव रहता है ।आशंका व्यक्त की जा रही है कि किसी फाइल के ज़रिए वित्त विभाग तक पहुंचा कोरोना प्रभावित अनुभागों को सील किया जा रहा