लखनऊ। राजधानी में रविवार कोरोना संक्रमण से मौत का सिलसिला जारी रहा। आज बलरामपुर अस्पताल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पदाधिकारी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। जब कि अन्य तीन इंदिरा नगर के मुंशी पुलिया, हुसैनगंज सहित एक निजी कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई। अब राजधानी में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 49 पहुंच गई है।
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव लोचन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी और राजेंद्र नगर निवासी 84 वर्षीय को बुखार के अलावा सांस लेने में परेशानी हो रही थी। डॉक्टर लोचन के अनुसार शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां लक्षण के आधार पर संदिग्ध मरीजों के लिए बने वार्ड में भर्ती किया गया था। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इलाज के दौरान कोरोना सैंपल में रिपोर्ट पॉजिटिव है। डॉ लोचन का कहना है कि उनके इलाज में लगी डॉक्टरों नर्सिंग स्टाफ व अन्य की चिन्हित कर लिया गया है। इलाज में लगने वाली डॉक्टर व कर्मचारियों सहित 8 लोगों की जांच कराई गई है और उन्हें होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है।
इसी प्रकार केजीएमयू के कोरोना वार्ड में भर्ती हुसैनगंज निवासी 55 वर्षीय महिला की मौत हो गई। यह महिला 2 दिन पहले केजीएमयू में भर्ती हुई थी। केजीएमयू मीडिया प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि महिला को कई तरह की गंभीर बीमारियों का इलाज पहले से चल रहा था । डॉक्टरों की कोशिश के बाद ही बचाया नहीं जा सका। इसी तरह गोमती नगर स्थित लोहिया संस्थान के मीडिया प्रभारी डॉ श्री केश सिंह ने बताया कि मुंशी पुलिया क्षेत्र में रहने वाले 64 वर्षीय मरीज को 14 जुलाई को भर्ती कराया गया था। जांच में मरीज के फेफड़ों में गंभीर संक्रमण मिला था। हालत गंभीर होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन रिकवरी नहीं हुई और रविवार को दम तोड़ दिया। उधर
तेज बुखार बुखार से मेल नर्स की मौत
शहर के एक निजी अस्पताल में कार्यरत मेल नर्स की शनिवार देर रात मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि वह अस्पताल से जाने के बाद बुखार से पीड़ित हो गया था। तेज बुखार और शरीर दर्द के बाद उसे परिवार के लोग लेकर उसी अस्पताल पहुंचे जहां वह ड्यूटी करता था। यहां पहुंचने के बाद ही उसकी मौत हो गई।