लखनऊ। सरकारी अस्पतालों में उच्चस्तरीय चिकित्सा मरीजों को दिलाने के लिए अब पहली बार ई आईसीयू शुरु होने जा रहा है। इसमें निजी क्षेत्र का चिकित्सा संस्थान व हॉस्पिटल सहायता करेंगे। कॉरपोरेट हॉस्पिटल के आईसीयू विशेषज्ञ सरकारी में भर्ती मरीजों की केस हिस्ट्री देखकर इलाज करना बता देंगे। ई आईसीयू पहले चरण में यह सुविधा लोकबंधु अस्पताल में शुरू होगी। बेहतर रिजल्ट आने बाद यह व्यवस्था अन्य अस्पतालों में शुरू करने की तैयारी की जाएगी। इससे अस्पतालों में बंद पड़े वेंटीलेटर का संचालन शुरु हो जाएगा आैर मरीजों को वेंटीलेटर भी आसानी से मिल जाएगा।
द्मलोकबंधु अस्पताल में तीन सौ बिस्तरों की क्षमता है। यहां पर वर्तमान में दस वेंटीलेटर पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। प्रशिक्षित विशेषज्ञ व मैनपॉवर का संकट होने से लगभग 32 वेंटीलेटरों का संचालन नहीं हो पा रहा है। इससे गंभीर मरीजों को वेंटीलेटर भर्ती करने के लिए दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। सरकारी अस्पतालों में वेंटीलेटर व आईसीयू खाली न होने पर मरीजों को मजबूरी में निजी अस्पताल ले जाना पड़ता है। इसके लिए अस्पताल अगले महीने से कॉरपोरेट हॉस्पिटल से करार करेगा। अस्पताल के आईसीयू यूनिट में वाइस कैमरे लगाने साथ कॉरपोरेट हॉस्पिटल के आईसीयू से उसे जोड़ दिया जाएगा।
इससे किसी भी गंभीर मरीज की केस हिस्ट्री लेने बाद कॉरपोरेट हॉस्पिटल के विशेषज्ञ ऑन लाइन परार्मश देंगे, जिसका अनुपालन अस्पताल के डॉक्टर व टेक्नीशियन करेंगे। ऐसे में गंभीर मरीजों को कॉरपोरेट आईसीयू का इलाज सरकारी में मिल सकेगा। अस्पताल निदेशक डॉ. सुरेश कौशल का कहना है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में यह करार हो जाएगा।