अच्छी सेहत के लिए नाश्ता लें, लेकिन फिट रहने के लिए नाश्ते में क्या लें यह पता हो

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लखनऊ – सेहतमंद खाना और स्वस्थ्य जीवन के लिए नाश्ता लेने का चलन बढ़ रहा है। हालांकि, यह जानना महत्वपूर्ण है कि सही नाश्ता क्या है, उसे कितना खाएं और किस समय खाएं। इन सब की जानकारी के बगैर नाश्ता फायदा से कहीं अधिक नुकसान पहुंचा सकता है।

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नाश्ता अगर सही तरीके से लिया जाए तो यह स्वास्थ्यवर्धक आदत है। यदि दिन में पांच-छह बार सही नाश्ता, सही मात्रा में लिया जाए तो यह आपके शरीर की पोषण की जरूरत पूरी करता है और आपको फिट बने रहने में मदद करता है। जो लोग वजन घटाने की कोशिश में लगे हैं, उन्हें नाश्ता चर्बी घटाने में मदद करता है। नाश्ता वास्तव में भूख मिटाने में मदद करता है और यह आपको नियमित भोजन अवधि के दौरान जरूरत से अधिक खाने से रोकता है।

हालांकि अगर आप नाश्ते में गलत चीजें लेते हैं तो यह आपके लिए राक्षस का काम कर सकता है Deepti Rawat, Dietician, Shatabdi hospital, King George medical college, Lucknow.  का कहना है, नाश्ता लेने और कुछ भी चबाने के बीच अंतर है। अगर आप दिन में पांच-छह बार हाई कैलोरी की चीज मुट्ठीभर खाते हैं तो इससे आपका वजन बढ़ सकता है। वहीं दूसरी ओर, यदि आप खाने के बीच लंबा अंतर रखते हैं तो आपका इंसुलिन बढ़ सकता है जिससे आपका ब्लड शुगर बढ़कर असंतुलित हो सकता है। ये दोनों ही चीजें मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकती हैं।

इसलिए, व्यक्ति को आफिस में लंबे समय तक काम करने या परीक्षा की तैयारी करने या टीवी देखने के दौरान चिप्स के पैकेट, नटक्रैकर्स, क्रीम बिस्कुट एवं अन्य तैलीय स्नैक्स और यहां तक कि घर में बने फ्राइड स्नैक्स पर टूट पड़ने से परहेज करना चाहिए। कभी कभी ऐसा वक्त आता है जब आपको एहसास नहीं होता कि आपने कितना खा लिया है जिससे अधिक कैलोरी की मात्रा मुश्किल खड़ी कर सकती है। यह स्थिति फिल्म या क्रिकेट मैच देखते समय होती है। आप आनंद बढ़ाने के लिए बिना सोचे समझे चीजें खा जाते हैं।

मक्खन युक्त पॉपकॉर्न, कोल्ड ड्रिंक्स, चिप्स आदि इन गतिविधियों के समय आपके साथी होते हैं जो कैलोरी से भरपूर होते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप फोर्टिफाइड फूड्स का विकल्प अपनाएं और खाने की चीजों में चीनी और नमक की मात्रा पर नजर रखें। बाजार में ढेरों विकल्प मौजूद हैं जो विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर फोर्टिफाइड स्नैक्स जैसे बिस्कुट और ड्रिंक्स की पेशकश करते हैं। इसके अलावा, स्नैक्स के न्यूट्रिशन चार्ट का अध्ययन यह सुनिश्चित कर सकता है कि आप चीनी और नमक की मात्रा को लेकर जागरूक हैं।

अगर नाश्ते की गलत आदत के लिए आप अपने घर की महिलाओं को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि पूरे भारत में ज्यादातर महिलाएं यह जानती हैं कि नाश्ते के समय क्या खाएं। भारत में विभिन्न शहरों में कराए गए एक सर्वेक्षण से यह लोकप्रिय मिथक टूट गया कि भारत में महिलाएं स्वस्थ नाश्ते के विकल्पों से वाकिफ नहीं हैं। करीब 95 प्रतिशत कामकाजी महिलाएं और घरेलू महिलाएं हर समय स्वस्थ नाश्ता पसंद करती हैं। 81 प्रतिशत महिलाओं को एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए सही पोषण के बारे में पता है और वे स्वस्थ नाश्ते के तौर पर बादाम और ताजे फलों को तरजीह देती हैं। इस सर्वेक्षण में करीब 50 प्रतिशत महिलाओं ने घर पर ही स्वस्थ नाश्ता बनाना पसंद किया।

इसलिए, यदि हमारी माताएं और पत्नियां यह जानती हैं कि क्या खाएं तो उनका परिवार सही चीज खाता है। यहां तक कि तेज रफ्तार का जीवन जी रही कामकाजी महिलाओं को यदि आसान स्वस्थ नाश्ते के विकल्प पता हों तो वे अपने परिवार को यह उपलब्ध करा सकती हैं। यह खासतौर पर मां बनने जा रही और स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है। बच्चे अपने पूरे जीवनकाल में स्वस्थ रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए गर्भ में बच्चा ठहरने से लेकर शिशु के दूसरे जन्मदिन तक प्रथम 1000 दिनों के दौरान पोषण महत्वपूर्ण है।

Deepti Rawat ने कहा, स्वस्थ नाश्ते के कुछ उदाहरणों में बादाम एवं अन्य ड्राई फ्रूट्स, ताजे फल, अंकुरित अनाज, सलाद, उबले अंडे, आंच में पके या उबले कॉर्न और पफ्ड राइस मिक्स्चर या भेल पूरी, भुने हुए चने, इडली, पोहा, योगर्ट जैसे घर पर बने नाश्ते शामिल हैं। तली हुई चीजों की अपेक्ष कच्चा या उबला, सेक किया हुआ, भुना हुआ नाश्ता लेना अधिक स्वास्थ्यवर्धक है। इसलिए, पकाने की इन शैलियों पर काम करें। साथ ही, आयरन के साथ फोर्टिफाइड बिस्कुट, विटामिन ए और डी के साथ फोर्टिफाइड दूध जैसे फोर्टिफाइड नाश्ते का भी विकल्प तलाशें।

सुबह 11 बजे और शाम 5 बजे के समय सबसे अधिक भूख लगती है। कुछ लोगों को सोने से पहले देर रात कुछ खाने की जरूरत पड़ती है। यदि आप अपना दिमाग सही खाने के लिए सेट करें तो यह एक स्वस्थ आदत बन सकती है। यदि आप अपने आसपास स्वस्थ विकल्पों को रखते हैं को आप स्वस्थ खाएंगे। इसलिए, कुरकुरी चीजें खाने की इच्छा होने पर स्वस्थ चीजें अपने पास रखें क्योंकि कुरकुरेपन की आवाज कानों को सुहाती है।

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