लखनऊ । किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्राक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा ने सरोजनी नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जबरन काम करने वाले फार्मासिस्ट के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। भेज गये पत्र में कहा गया है कि केजीएमयू द्वारा कार्यमुक्त करने के बाद भी जबरन उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर कर रहे है। इसके अलावा उनके माध्यम से धमकियां भी दी जा रही है। इसका विरोध केजीएमयू कर्मचारी परिषद ने भी किया है। उनका कहना है कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो सीएमओ से मुलाकात करके कार्रवाई की मांग की जाएगी।
सरोजनी नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केद्र में संचालन व्यवस्था केजीएमयू की है। यहां पर प्रभारी केजीएमयू के डा. जमाल मसूद है। प्राक्टर का आरोप है कि वहां पर तैनात फार्मासिस्ट को केजीएमयू प्रशासन ने कार्यमुक्त कर दिया है। इसके बाद भी वह वहां पर जाकर जबरन उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर करते है अौर मना कर कुछ लोगों को बुलाकर धमकियां भी अधिकारियों को दी जाती है।
प्राक्टर डा. कुशवाहा ने कहा है कि उक्त फार्मासिस्ट पर एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाए। इस प्रकरण पर कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह का कहना है कि वह अधिकारियों के अलावा वहां पर तैनात कर्मचारियों को भी धमकी दे रहा है। अगर कार्रवाई नहीं होती है तो आंदोलन की जाएगी।
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