लखनऊ. दीपावली की रात पटाखे छुड़ाने में जरा सी चूक लोगों की जान पर बन आई. किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में लगभग 2 दर्जन से ज्यादा पटाखों से जले मरीज जाए. सिविल अस्पताल में लगभग 59 मरीज पहुंचे जोकि आंशिक रूप से जले हुए थे. इसी प्रकार बलरामपुर और लोहिया अस्पताल में भी पटाखों से जले केस जिन की हालत गंभीर होने पर उन्हें केजीएमयू रिफर कर दिया गया.
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजय कुमार ने बताया प्लास्टिक सर्जरी विभाग में लगभग 12 केस ऐसे आए जोकि अनार जलाने सुतली बम और फुलझड़ी से जले हुए थे. इनमें दो मरीजों मैं एक के हाथ की उंगली उड़ गई थी और दूसरे की हथेली बुरी तरह जख्मी थी. डॉ विजय कुमार के मुताबिक दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है. उन्होंने बताया अन्य मरीजों का प्राथमिक उपचार के बाद वापस भेज दिया गया. सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष दुबे ने बताया उनके यहां लगभग पटाखों से जले के 59 केस आए थे लेकिन इनमें ऐसा कोई नहीं था जिन्न की हालत गंभीर हो.
ज्यादातर मरीजों के हाथ चेहरा आदि पटाखों से मामूली रूप से जले हुए थे जिनको प्राथमिक उपचार के बाद वापस भेज दिया गया. उन्होंने बताया उनके यहां बर्न यूनिट तैयार है किसी भी गंभीर मरीज के इलाज करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद है. इसी प्रकार बलरामपुर अस्पताल इमरजेंसी में भी काफी संख्या में पटाखों से जले मरीज आए. विशेषज्ञों के अनुसार कोई भी हालत भी गंभीर नहीं थी.