लखनऊ. प्रदेश की नर्सों की मांगों को लेकर वी पी मिश्र एवम् अतुल मिश्रा अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् के नेतृत्व में अध्यक्ष. वेतन समिति मैडम वृंदा स्वरूप से मुलाकात की. वार्ता में अपनी मांगों को बहुत ही विस्तार से रखा गया और मांग के निस्तारण में आ रही समस्याओं से अवगत कराया गया. उन्हें यह भी बताया गया कि नर्सों की यह समस्याओं का निराकरण ना होने से क्या-क्या दिक्कतें भविष्य में सामने आ सकते हैं. मैडम स्वरुप ने भी समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुना और निराकरण मैं आ रही दिक्कतों भी जाना.
मांगों में प्रमुख रूप से –
- केन्द्र के समान पद नाम।
- केन्द्र के समान भत्ते।
- संयुक्त निदेशक एवम् सहायक निदेशक का ही पद नाम निदेशालय स्तर पर रखते हुए नर्सिग सुपरिटेंडेंट, चीफ नर्सिंग आफिसर के पदों को लगातार 200 बिस्तर व 500 बिस्तर के चिकित्सालयों में आवश्यकता अनुसार सृजित किए जाने की मांग है.
- उप नर्सिग अधीक्षक एवम् सहायक नर्सिग अधीक्षक को एक ही वेतनमान 5400/मे रखा गया है कृपया उप नर्सिंग अधीक्षक के पद पर एक वेतनमान उच्चीकृत किया जाय जिससे पदोन्नति का लाभ भी मिल सके।
उक्त बैठक में मंडल अध्यक्ष श्रीमती बीना पाठक जी भी उपस्थित रही बैठक में अध्यक्ष वेतन सिमित मैडम वृंदा स्वरूप जी सभी बातों पर चर्चा भी की।
अशोक कुमार महामंत्री राजकीय नर्सेस सघं ने बताया उत्तर प्रदेश की नर्सों के साथ अन्याय किया जा रहा है. जबकि अस्पतालों में मरीजों के बिस्तरों की की तुलना में नर्स से आधे से भी कम है. इनमें प्रशिक्षण नसों की बहुत कमी है. फिर मांगे पूरी ना होने से सभी नर्सों में उत्साह बहुत कम रह जाता है ऐसे में मांगों को पूरा किया जाना बहुत आवश्यक है.