लखनऊ। झांसी में एमबीबीएस छात्र की आत्महत्या का राजनीति रंग लेने लगी है। आरोप है कि मेडिकल छात्र ने उच्च जाति के उत्पीड़न के कारण अात्महत्या की। दोषियों को सजा दिलाने के लिए आज भारतीय समन्वय संगठन ( लक्ष्य) ने किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में केजीएमयू के रेजीडेंट व जूनियर डाक्टर भी शामिल थे। शाम को सभी ने कैंडिल मार्च निकाल कर नारे बाजी की आैर उत्पीड़न करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जाए –
रविवार को केजीएमयू मे मुख्य गेट पर आयोजित धरने पर संगठन की पदाधिकारी संघमित्र ने कहा कि झांसी के मेडिकल कालेज में एमबीबीएस 2014 बैच के अश्विनी कुमार को अनुसूचित जाति का होने के कारण लगातार उत्पीड़न किया जा रहा था। उनका अारोप है कि लगातार अपमानित महसूस होने पर उसने दो मार्च को फांसी लगा ली। मेडिकल कालेज प्रशासन लगातार इस घटना आैर मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। प्रदर्शन में रजनी सोंलकी ने कहा कि जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जाए। वरना संगठन अंादोलन को तेज करेगा। केजीएमयू गेट पर प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुराने लखनऊ तक कैंडिल मार्च निकालते हुए नारेबाजी की आैर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।